एपल भारत में अपनी नई ओवर द टॉप (OTT) सर्विस लाने जा रहा है. इससे चलते ओवर द टॉप सर्विस में पहले से मौजूद अमेरिकी कंपनियों नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम और कुछ भारतीय कंपनियों को अच्छी टक्कर मिल सकती है. अभी इस क्षेत्र में काम कर रहे मौजूदा प्लेयर्स की बड़ी तादाद में निवेश कर रहे हैं.
ऑडिट फर्म PwC के मुताबिक भारत के OTT मार्केट में मौजूदा प्लेयर्स 4,500 करोड़ का निवेश कर रहे हैं. ये निवेश अगले 5 सालों में बढ़कर 12,000 करोड़ हो जाने की उम्मीद है.
एपल के इस फैसले के कुछ ही दिन पहले रिलांयस इंडस्ट्री की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने फाइबर-टू-द-होम सर्विस जियो फाइबर को देशभर के 1600 शहरों में लॉन्च किया था. जियो के प्लान 699/- से लेकर 8,499/- रुपये तक के हैं. साथ ही वो अपने पैकेज में शामिल होने के लिए बाकी ओटीटी प्लेयर्स से भी बात कर रहे हैं.
तगड़ी स्ट्रेटजी के साथ उतर रही है एपल
टेक्नोलॉजी के क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एपल पूरी रणनीति के साथ OTT बाजार में उतरने जा रही है. एपल नवंबर में अपने सभी डिवाइस जैसे, आईफोन, आईपैड, आईपॉड, आईमैक के लिए सिर्फ 99 रुपये प्रति महीने पर अपनी OTT सर्विस देगी. शुरू में एक साल का सब्सक्रिप्शन ट्रायल के लिए फ्री मिलेगा.
इसके साथ ही एपल टीवी प्लस जल्द ही अमेजन फायर स्टिक के साथ-साथ कुछ ब्राउजर पर भी उपल्बध होगा. बिजनेस स्टैंडर्ड के सूत्रों के मुताबिक इसके साथ ही सैमसंग स्मार्ट टीवी पर भी लॉन्च होगी, ये एपल के ग्लोबल टाई-अप के चलते हो सकेगा. एपल ग्राहकों को लुभाने के लिए ये प्लान एलजी और सोनी पर भी उपलब्ध करा सकता है.
एपल टीवी एप पर क्या-क्या मिलेगा?
1 नवंबर से एपल टीवी एप पर दुनिया के सबसे नामी कलाकारों के बनाए हुए 9 ओरीजनल्स मिलेंगे. इसी के साथ प्लेटफॉर्म अपने ग्राहकों में जगह बनाने की कोशिश करेगा. उदाहरण के तौर पर "See" नाम का एपिक ड्रामा देखने को मिलेगा. इसके अलावा "The Morning Show" , "Dickinson" "Servant,", "Truth Be Told," जैसे ओरीजनल्स देखने को मिलेंगे.
भारत में दिन-दोगुना रात-चौगुना बढ़ रहा है OTT बिजनेस
भारत में जोरदार तरीके से डिजिटल कॉन्टैन्ट देखने की प्रवृत्ति बढ़ रही है. माना जा रहा है है कि दुनियाभर की कंपनियां भारत के डिजिटल प्रीमियम कंटेट मार्केट में उतरने चाहती हैं. बड़ी कंपनियों में हो रही इस प्रतियोगिता का फायदा कंज्यूमर्स को मिल सकता है. हर कंपनी अपने प्लान सस्ते रखने की चाहत रख सकती है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)