सरकार द्वारा भारत में क्रिप्टो को बैन करने के लिए बिल लाने की बात आते ही भारत में क्रिप्टो मार्केट में भारी सेल ऑफ देखेने को मिला. लगभग हर क्रिप्टो में हुई बड़ी गिरावट के बीच क्विंट हिंदी ने इस बिल पर क्रिप्टो प्लेटफार्मस के सीईओ से बातचीत की. इस बिल पर उनकी क्या राय है और अब निवेशकों को क्या करना चाहिए?
Unocoin के फाउंडर और सीईओ सात्विक विश्वनाथ ने क्रिप्टो के फायदे के बारे में बताते हुए कहा कि क्रिप्टो एक देश से दूसरे देश में पैसा भेजने और ई-कॉमर्स स्पेस में क्रांतिकारी साबित हो सकता है, लेकिन बैन लगने से इस बड़े मौके पर असर होगा.
क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध के पीछे दिए जाने वाली वजह पर सात्विक ने कहा कि, क्रिप्टो से हो सकने वाले नुकसान को गिनाना कोई नई बात नहीं है.
सात्विक मानते हैं कि भारत जैसी इकॉनमी के लिए क्रिप्टो इनोवेशन्स, रोजगार और इन्वेस्टमेंट जैसे कई अवसर खोल सकता है.
दिग्गजों को बिल के आने का इंतजार
WazirX के सीईओ निश्चल शेट्टी क्विंट हिंदी से इस बिल के बारे में बात करते हुए कहते हैं कि- "ड्राफ्ट बिल के डिस्क्रिप्शन देखने से यह काफी हद तक जनवरी 2021 जैसा ही लगता है. हालांकि जनवरी से अब तक क्रिप्टो के जुड़े कई बड़े इवेंट्स हुए, पहले संसदीय स्टैंडिंग कमिटी ने पब्लिक से राय मशवरे मांगे, अनुराग ठाकुर और फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने भी जिक्र किया कि इंडिया क्रिप्टो पर उचित कदम लेगा. उसके बाद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे आते हुए इंडिया में क्रिप्टो रेगुलेशन की बात कही".
WazirX के सीईओ निश्चल शेट्टी ने यह भी कहा कि अगर पार्लियामेंट में ये बिल आता है तो इस बिल पर कई डिसकशन, बहस और विचार-विमर्श किए जायेंगे.
पैनिक सेलिंग से बचने की सलाह
निश्चल ने बताया कि इस खबर की वजह से पैनिक सेलिंग देखने को मिली. वो कहते हैं
कल रात हमारे प्लेटफार्म पर पैनिक सेलिंग देखी गई. लोग विंटर सेशन में आने वाले क्रिप्टो को बैन कर देने वाले बिल की वाली खबर से घबरा गए और INR मार्केट में अपने होल्डिंग्स को बेचने लगे.
निश्चल कहते हैं क्रिप्टो रेग्युलेशन की प्रक्रिया पर काम चालू है, हमें कानून बनाने वाले लोगों पर भरोसा रखने की जरूरत है. उन्होंने आगे निवेशकों से आग्रह किया कि वो घबराए नहीं, पैनिक सेलिंग करने से परहेज करें.
Unocoin के को-फाउंडर सात्विक कहते हैं क्रिप्टो बाजार में पैनिक सेलिंग हो रही है और कुछ लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं जो कि नहीं होना चाहिए.
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