जिस बिग बाजार में हमेशा खरीदारों की भीड़ लगी दिखाई देती थी, उसके मालिक उसे बेचने के लिए मजबूर हो जाएंगे, ये कल्पना से परे था. बिग बाजार जिस फ्यूचर ग्रुप में आता है, उसके संस्थापक 59 वर्षीय किशोर बियानी ने अपना रिटेल कारोबार रिलायंस को बेचने की वजह पर पहली बार बात की है. उन्होंने कहा है कि कोविड -19 महामारी और लॉकडाउन के बीच बढ़ते कर्ज और नुकसान के कारण उन्हें रिटेल बिजनेस बाहर निकलना पड़ा.
हम कोविड -19 के साथ एक जाल में फंस गए. मैंने कभी नहीं सोचा था कि हमारे स्टोर एक स्ट्रेच पर 3-4 महीने के लिए बंद हो जाएंगे, लेकिन ऐसा हुआ. हमने पहले 3-4 महीनों में 7,000 करोड़ रुपये का राजस्व गंवा दिया.किशोर बियानी
महामारी के झटके से समझी गलती
बियानी का कहना है कि अब डिजिटिल, AI, मशीन लर्निंग ही भविष्य है. उन्हें आने वाले वक्त में रिटेल कारोबार का भविष्य साफ नहीं दिखता. महामारी जारी है. ऐसे में ग्राहक कम होंगे तो खुदरा विक्रेताओं के सामने बड़ी चुनौतियां होंगी.
हमने पिछले 6-7 साल में की टेकओवर किए. ये गलती थी. मेरे लिए सबसे बड़ी सीख है कि नेशनल के बजाय लोकल सोचो. नए कारोबार के लिए बैलेंस शीट को ज्यादा मत खीचो.किशोर बियानी
बता दें कि बियानी भारत में रिटेल बिजनेस को किंग साइज बनाने के लिए जाने जाते हैं. महज 26 साल की उम्र में उन्होंने पहला पैन्टालून्स स्टोर खोला था. फिर उन्होंने देश के लगभग हर शहर में बिग बाजार के स्टोर खोले.
देश में करीब 1.2 करोड़ स्मॉल रिटेल आउटलेट्स हैं. ये आउटलेट्स ग्रोसरी और एफएमसीजी उत्पादों की बिक्री करते हैं. लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में रिटेल आउटलेट प्रभावित हुए हैं.
अब मुकेश अंबानी भारत के रिटेल किंग
मुकेश अंबानी की कंपनी Reliance Industries ने इसी साल अगस्त महीने में फ्यूचर ग्रुप का रिटेल, होलसेल लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउस बिजनेस 24,713 करोड़ में खरीद लिया था. फ्यूचर ग्रुप के रिटेल बिजनेस को खरीद कर मुकेश अंबानी भारत के रिटेल किंग बन गए हैं.
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