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अब Bitcoin के जरिए खरीदी जा सकेगी Tesla कार : एलन मस्क 

दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी पर चल रही बहसों के बीच इसके हिमायती रहे एलन मस्क ने बड़ा ऐलान किया है.

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दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी पर चल रही बहसों के बीच इसके हिमायती रहे एलन मस्क ने बड़ा ऐलान किया है. अब टेस्ला की कार को क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin के जरिए भी खरीदा जा सकेगा. टेस्ला के CEO एलन ने खुद इस बात का ऐलान करते हुए कहा कि उनकी कंपनी इंटर्नल और ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के जरिए बिटकॉइन ऑपरेट करती है. खरीदारी में बिटकॉइन के जरिए पेमेंट करने के बाद ये इसी क्रिप्टोकरेंगी के फॉर्म में रहेगा, किसी दूसरी करेंसी में तब्दील नहीं होगा.

एक तरफ दुनिया के कई देश क्रिप्टोकरेंसी को ‘बैन’ करने के बारे में सोच रहे हैं, उस दिशा में काम कर रहे हैं. दूसरी तरफ कुछ देश और टेस्ला जैसी कंपनियां इसे चलन में शामिल करने की जुगत में जुटी हुई हैं, एलन मस्क पिछले कुछ महीनों में कई बार क्रिप्टोकरेंगी के पक्ष में बोल चुके हैं.
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फरवरी में मस्क को हुआ था बड़ा नुकसान

फरवरी, 2021 में मस्क की कंपनी टेस्ला के शेयर 22 फरवरी को 8.6% गिर गए, जिसकी वजह से उनकी कुल संपत्ति में 15.2 बिलियन डॉलर (1500 करोड़ डॉलर) कम हो गए. पिछले साल सितंबर के बाद ये टेस्ला के शेयरों में सबसे बड़ी गिरावट थी. इसके लिए कुछ हद तक एलन मस्क की बिटकॉइन पर टिप्पणी को जिम्मेदार माना जा रहा था. मस्क ने बिटकॉइन और उसके विरोधी ईथर को लेकर कहा था कि 'उनकी कीमत बढ़ी हुई लगती हैं.'

क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन है क्या?

वर्चुअल या क्रिप्टो करेंसी एक तरह की डिजिटल करेंसी होती है, जिसे इनक्रिप्शन टेक्‍नोलॉजी की मदद से जेनरेट और रेगुलेट किया जाता है. इन करेंसी के क्रिएशन, निवेश, लेन-देन या फंड ट्रांसफर की प्रक्रिया में भारतीय रिजर्व बैंक या किसी भी दूसरे देश के बैंकिंग रेगुलेटर की प्रभावी भूमिका नहीं होती है. इन करेंसी पर न तो किसी देश की मुहर होती है और न ही इनके भुगतान के लिए किसी तरह की सॉवरेन यानी सरकारी गारंटी होती है. दुनियाभर में बहुत सारी क्रिप्टो-करेंसी प्रचलित हैं, जिनमें बिटकॉइन सबसे मशहूर है.

भारत में क्रिप्टोकरेंसी मान्य है या नहीं?

निर्मला सीतारमण ने पिछले दिनों कहा कि हम क्रिप्टोकरेंसी को पूरी तरह बैन नहीं करेंगे, ब्लॉकचेन को इजाजत देंगे. लेकिन सूत्रों के मुताबिक बिटकॉइन जैसी करेंसी को गैरकानूनी करार दिए जाने की बात की गई थी. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने 15 मार्च को क्रिप्टोकरेंसी पर बन रहे नए कानून से जुड़ी खबर रखने वाले करीबी सूत्र के हवाले से बताया कि भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी को रखने, जारी करने, माइन करने, इसमें व्यापार तथा इसके हस्तांतरण को क्रिमिनल गतिविधि बनाने के लिए कानून लाने वाली है. खबर के मुताबिक यह प्रक्रिया अपने आखिरी चरण में है. अगर ऐसा कानून आता है तो बिटकॉइन और बाकी क्रिप्टो निवेशकों को कानून में तय की जाने वाली सजा हो सकती है.

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