कोरोना को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन-2 में भी पूरे देश में तीन मई तक ट्रेन, प्लेन, बस समेत सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद है. भारतीय रेलवे ने अपने यात्रियों को जानकारी दी है कि इस दौरान के बुक हुए टिकटों का रिफंड खुद-ब-खुद आपके खाते में आ जाएगा. वहीं एयरलाइन ने भी टिकट कैंसल किया है लेकिन वह रिफंड नहीं कर रही है. इसके बदले वह क्रेडिट दे रही .
तीन सप्ताह के भीतर रिफंड
जानकारी के मुताबिक सरकार ने विमानन कंपनियों को आदेश दिया है अगर किसी पैसेंजर ने 25 मार्च से 14 अप्रैल के बीच टिकट बुक किया है तो वे यात्रियों को टिकट का पूरा पैसा तीन हफ्ते में वापस करें. सरकार का यह फरमान बड़ी राहत लेकर आया है. मंत्रालय ने DGCA को इस आदेश की पालना सुनिश्चित कराने के लिए कहा है.
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बुकिंग पर लागू
आदेश में मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि कंपनी किसी भी तरह का कैंसिलेशन चार्ज नहीं वसूलेगी. इसके साथ ही यह भुगतान कैंसिलेशन के लिए आवेदन मिलने के 3 हफ्ते के भीतर करना होगा. आदेश के अनुसार, यह रिफंड आदेश घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों ही यात्राओं के लिए बुक कराए गए टिकट पर लागू होगा.
क्रेडिट रिफंड को लेकर थी शिकायत
रिफंड लेने वाले कई लोगों ने सोशल मीडिया पर शिकायत की थी कि घरेलू एयरलाइन लॉकडाउन के कारण रद्द हुए टिकटों का रिफंड नकद में नहीं दे रहीं और इसके बजाए क्रेडिट के रूप में दे रही हैं जिनका इस्तेमाल आगे की यात्राओं के लिए किया जा सकता है. बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल को अपने संबोधन में लॉकडाउन को जारी रखने का ऐलान किया. उन्होंने इसे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया.
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