बजट पेश होने की तारीख सामने आते ही तमाम सवाल जेहन में तैरने लगते हैं. हर शख्स के लिए अलग सवाल. कंज्यूमर सस्ते-महंगे की चिंता में रहता है. इंडस्ट्री टैक्स छूट की उम्मीद लगाए रहती है. नौकरी पेशा इनकम टैक्स में राहत चाहते हैं तो इनवेस्टर सरकार से रिटर्न बढ़ाने वाले कदम उठाने की हसरत पाले रहते हैं. नौजवानों को रोजगार और एजुकेशन के सवाल परेशान करते हैं. वित्त मंत्री अरुण जेटली इस बृहस्पतिवार को पेश हो रहे बजट में इन हसरतों को किस हद तक पूरा कर पाएंगे यह तो देखने वाले बात होगी. लेकिन यहां हर ऐलान का बारीक विश्लेषण करेंगे.
हम बजट के भारी-भरकम शब्दों के असली मायने आपको समझाएंगे और बताएंगे इसमें आपके मतलब की क्या चीज है. यह बजट आपकी जिंदगी पर क्या असर डालेगा. नौकरीपेशा लोगों से लेकर, इंडस्ट्री, कंज्यूमर, किसानों, निवेशकों और सपने देखने वाले युवाओं के लिए इसमें क्या है. और यह सब आपको समझाएगी देश के चोटी के बिजनेस पत्रकारों, निवेश सलाहकारों और आर्थिक विशेषज्ञों की एक जबरदस्त टीम.
बजट, उसके कंटेंट और देश के लोगों और इसकी अर्थव्यवस्था पर इसके असर को बेहद सरल भाषा में समझाने के लिए हमारे साथ जुड़िए.
बजट के दिन जानने, समझने के लिए तैयार हो जाइए इन सवालों के जवाब
- आपकी कमाई पर कितना लगेगा टैक्स?
- टैक्स बेस बढ़ने और घटने का क्या होगा आप पर असर?
- क्या होगा सस्ता और क्या होगा महंगा?
- राजकोषीय घाटे को काबू में रखने के सरकार के कदमों की आपकी कमाई पर असर?
- एसएमई और छोटे कारोबारियों को सरकार ने जो दिया उसके मायने?
- बजट के प्रोविजन इंडस्ट्री के लिए राहत या आफत?
- इंडस्ट्री के लिए टैक्स प्रोविजन्स के क्या है मायने?
- रोजगार बढ़ाने के ऐलान कहां तक होंगे सफल?
- हेल्थ और एजुकेशन पर सकार के ऐलान का मतलब?
- एग्रीकल्चर सेक्टर के लिए घोषणाओं का असर
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