COVID-19 संकट के बीच भारत का घरेलू व्यापार काफी बुरे दौर से गुजर रहा है. इस बीच, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने कहा है कि देशभर में लगभग 1.75 करोड़ छोटी दुकानें और कारोबार बंद होने की कगार पर हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है.
CAIT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि कोरोना संकट ने भारतीय घरेलू व्यापार को काफी नुकसान पहुंचाया है. COVID-19 से पहले के समय से देश का घरेलू व्यापार बाजार बड़े वित्तीय संकट से गुजर रहा था और COVID-19 के बाद के समय ने व्यापार को असामान्य स्तर के वित्तीय दबाव में ला दिया है.
उन्होंने आगे कहा कि व्यापारियों पर केंद्र और राज्य सरकार के करों के भुगतान, औपचारिक और अनौपचारिक स्रोतों, ईएमआई, जल और बिजली के बिल, संपत्ति कर, ब्याज के भुगतान, मजदूरी के भुगतान से लिए गए कर्ज की मासिक किस्तों के भुगतान को पूरा करने का बहुत बड़ा वित्तीय बोझ है.
CAIT ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से व्यापारियों के इस ज्वलंत मुद्दे का तत्काल संज्ञान लेने और व्यापारियों के लिए एक पैकेज नीति की घोषणा करने का अनुरोध किया है.
(इनपुट्स: IANS)
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