रेटिंग एजेंसी क्रिसिल और इक्रा ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड यानी DHFL के कॉमर्शियल पेपर प्रोग्राम की रेटिंग घटा दी है. कंपनी की लिक्विडिटी क्राइसिस की वजह से रेटिंग घटाई गई है. क्रिसिल ने कंपनी के कॉमर्शियल पेपर की रेटिंग A4+ से घटा कर 'D' यानी डिफॉल्ट कर दी है. इक्रा ने भी इसकी रेटिंग घटा कर D कर दी है. रेटिंग एजेंसियों का मानना है कि कंपनी निवेशकों को ब्याज का पेमेंट नहीं कर पाएगी.
कंपनी को 750 करोड़ का करना है पेमेंट
क्रिसिल ने कहा कि जून में कंपनी को कॉमर्शियल पेपर के एवज में 750 करोड़ रुपये का पेमेंट करना है लेकिन पैसा न होने की वजह से वो इसे पूरा करने में नाकाम रह सकती है. पहला कॉमर्शियल 7 जून को मेच्योर हो रहा है.
क्रिसिल रेटिंग नोट में कहा गया है
कंपनी के पास पैसा नहीं है कि वह अपने कर्ज चुका सके. वक्त पर फंड इकट्ठा करने की संभावना भी काफी कम दिख रही है. कॉमर्शियल पेपर मेच्योरिटी में डिफॉल्ट कर जाएंगे.
इक्रा ने भी इन्हीं कारणों का हवाला देकर कॉमर्शियल पेपर को डिफॉल्ट कैटेगरी में डाल दिया है. हालांकि DHFL के बयान में कहा गया है कि कंपनी पूरी कोशिश करेगी ब्याज का भुगतान वक्त पर हो जाए.
DHFL पर बढ़ता दबाव
DHFL सितंबर से लिक्विडिटी का संकट झेल रही है. दरअसल IL&FS की लिक्विडिटी क्राइसिस का असर इस कंपनी पर भी पड़ा. जनवरी में फंड की हेराफेरी के आरोपों ने भी इसकी मुश्किलें बढ़ा दी. फरवरी में कंपनी से हर्शिल मेहता सीईओ के पद से हट गए लेकिन रिटेल बिजनेस के एक्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट बने रहे. पिछले महीने केयर रेटिंग और क्रिसिल ने कंपनी के डेट इंस्ट्रूमेंट्स की रेटिंग घटा दी थी. इस वजह से भी कंपनी को नया फंड जुटाने में दिक्कत आई. अब कॉमर्शियल की रेटिंग घट कर D पर आ जाने से संकट और बढ़ गया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)