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फेसबुक ने रिलायंस जियो के साथ इतनी बड़ी डील क्यों की? 10 वजहें 

फेसबुक के लिए, भारत हाल के सालों में एक अहम बाजार के रूप में उभरा है

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सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज अमेरिकी कंपनी फेसबुक ने भारत की रिलायंस जियो प्लैटफॉर्म्स लिमिटेड में 9.9 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 5.7 अरब डॉलर यानी करीब 43,574 करोड़ रुपये के निवेश का करार किया है. इस डील का ऐलान बुधवार को किया गया है.

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इस सौदे से रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह को अपने कर्ज का बोझ कम करने में मदद मिलेगी. मगर सवाल उठ रहा है कि फेसबुक ने भारत की कंपनी के साथ यह डील क्यों की, उसे इससे क्या फायदा होगा? चलिए कुछ आंकड़ों और अहम बातों के आधार पर इस सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश करते हैं:

  1. चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट बाजार है
  2. फेसबुक के लिए, भारत हाल के सालों में एक अहम बाजार के रूप में उभरा है. कंपनी के भारत में किसी भी बाकी देश की तुलना में ज्यादा यूजर्स हैं. इसकी वॉट्सऐप चैट सर्विस (जो पेमेंट सर्विस शुरू करने वाली है) के भारत में करीब 40 करोड़ यूजर्स हैं.
  3. 2022 तक भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़कर 85 करोड़ तक पहुंच जाने की संभावना है
  4. जियो प्लैटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जो तमाम तरह की डिजिटल सेवाएं मुहैया कराती है. इसके ग्राहकों की संख्या 38.8 करोड़ से ज्यादा है
  5. फेसबुक भविष्य में भारत के ग्रामीण इलाकों में रिलायंस जियो की अच्छी पहुंच का फायदा उठाना चाहेगी
  6. फेसबुक का कहना है, जियोमार्ट, जियो की छोटी व्यावसायिक पहल को एक साथ लाकर, वॉट्सऐप की पावर के साथ, हम लोगों को व्यवसायों, दुकान से जुड़ने और आखिरकार एक सहज मोबाइल अनुभव में उत्पादों को खरीदने में सक्षम कर सकते हैं
  7. फेसबुक और जियो की नजर अब 6 करोड़ छोटे व्यापारियों और 12 करोड़ किसानों को अपने प्लैटफॉर्म पर लाने पर होगी
  8. इनका मकसद है कि भारत की डिजिटल इकनॉमी में अब इनका वर्चस्व हो जाए और डिजिटल कंपनियों का जो नेक्स्ट वन बिलियन का सपना था, उसे पूरा किया जाए
  9. फेसबुक जो फ्री बेसिक के जरिए हासिल नहीं कर सकती थी, वो अब उसे जियो बैकएंड के साथ हासिल कर पाएगी
  10. फेसबुक अब रिलायंस जियो की सबसे बड़ी माइनॉरिटी शेयरहोल्डर बन गई है

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