12 मई को प्रधानमंत्री मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया था. अब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर MSME के लिए राहत पैकेज के बारे में विस्तार से जानकारी दी. अब MSME के लिए 3 लाख करोड़ का लोन दिया जाएगा, कोलेटरल फ्री लोन, कोई गारंटी नहीं देनी होगी.
MSME के लिए ऐलान की खास बातें-
- MSME के कोलेटरल फ्री लोन
- 3 लाख करोड़ का लोन दिया जाएगा
- कोई गारंटी नहीं देनी होगी
- चार साल के लिए लोन होग
- 100% क्रेडिट गारंटी के साथ
- पहले एक साल में मूलधन भी नहीं चुकाना होगा
- ये 31 अक्टूबर तक उपलब्ध रहेगा
- 45 लाख यूनिट को फायदा होगा
खस्ताहाल MSME के लिए 20,000 करोड़ का कर्ज
- 2 लाख उद्यमियों को फायदा होगा
- NPA या खस्ताहाली में हैं तो फायदा मिलेगा
फंड ऑफ फंड
जिनमें गुंजाइश है लेकिन लॉकडाउन के कारण परेशान हैं उन MSME के लिए. जो विस्तार करना चाहते हैं, उनके लिए 10,000 करोड़ का फंड, 50,000 करोड़ की इक्विटी आएगी.
MSME की परिभाषा बदली
ज्यादा टर्नओवर में भी फायदे मिलते रहें इसलिए परिभाषा बदली गई
- निवेश की सीमा बढ़ी-पहले 25 लाख को माइक्रो यूनिट कहते थे, अब 1 करोड़ के निवेश तक माइक्रो यूनिट
- सर्विस सेक्टर में भी 10 लाख की जगह 1 करोड़ के निवेश पर भी माइक्रो यूनिट रहेंगे
- टर्नओवर की साइज भी बढ़ाई- 5 करोड़ तक के टर्नओवर तक माइक्रो इंडस्ट्री
- मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस यूनिट के बीच अब फर्क नहीं
- 200 करोड़ तक के सरकारी टेंडर में विदेशी कंपनियां हिस्सा नहीं ले पाएंगी
- ई-मार्केट से Msme को जोड़ेंगे
- सरकारी कंपनियों में फंसा पैसा 45 दिनों के अंदर चुका दिया जाएगा
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया. सीतारमण ने कहा कि हर वर्ग से बात करके आर्थिक राहत पैकेज को बनाया गया है. पीएम भी चर्चा में शामिल रहे, मंत्रालयों से कई बार बातचीत करके पैकेज तैयार किया गया है. आर्थिक पैकेज का मकसद ग्रोथ और आत्मनिर्भर भारत बनाना है. उन्होंने बताया कि पांच पिलर पर आधारित होगा आत्मनिर्भर अभियान.
1. अर्थव्यवस्था 2. बुनियादी ढांचा 3. प्रणाली (सिस्टम) 4. उत्साहशील आबादी 5. मांग
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