अनिल अंबानी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. केयर और इक्रा जैसी रेटिंग एजेंसियों ने अनिल अंबानी वाले रिलायंस ग्रुप की तीन एनबीएफसी कंपनियों की रेटिंग घटा दी है. इसके साथ ही रिलायंस कम्यूनिकेशन की दिवालिया प्रकिया जल्द शुरू हो सकती है. रिलायंस कम्यूनिकेशन ने इसे रोकने के लिए NCLT में दायर अपनी अपील वापस ले ली है.
इक्रा और केयर रेटिंग एजेंसी ने रिलायंस कॉमर्शियल फाइनेंस, रिलायंस कैपिटल और रिलायंस होम फाइनेंस की रेटिंग रविवार को घटा दी. इक्रा ने इसके पहले रिलायंस कैपिटल के कॉमर्शियल पेपर्स की डाउनग्रेडिंग कर दी थी.
रेटिंग एजेंसियों को लग रहा है कि अनिल अंबानी की फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनियों के लिए अपना कर्ज चुकाना मुश्किल होगा. इनका भी हश्र IL&FS और DHFL जैसा हो सकता है.
रिलायंस कम्यूनिकेशन की दिवालिया प्रक्रिया शुरू होगी
इस बीच, अनिल अंबानी की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस कम्यूनिकेशन को दिवालिया घोषित करने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने आरकॉम की अपील को स्वीकार करते हुए यह आदेश जारी किया है.
रिलायंस कम्यूनिकेशन ने पिछले साल मई में टेलीकॉम उपकरण बनाने वाली कंपनी एरिक्सन की याचिका पर एनसीएलटी के आदेश को चुनौती दी थी. हालांकि, इसके बाद फरवरी 2019 में अपना कर्जा उतारने के लिए एसेट बेचने में नाकाम रहने पर खुद दिवालिया प्रक्रिया का ऑप्शन चुना था.
मुकेश अंबानी ने चुकाया था अनिल का 550 करोड़ रुपये का कर्जा
इससे पहले एरिक्सन मामले में अनिल अंबानी को बड़े भाई और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने जेल जाने से बचाया था.रिलायंस कम्यूनिकेशन पर स्वीडन की कंपनी एरिक्सन के करीब 550 करोड़ रुपये के बकाया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक अगर अनिल अंबानी ये कर्जा नहीं चुकाते तो उन्हें जेल जाना पड़ सकता था. अनिल अंबानी ने सही समय पर मदद करने के लिए अपने भाई मुकेश अंबानी और भाभी नीता अंबानी का आभार जताया था.
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