वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने 31 दिसंबर को कहा कि GST परिषद की बैठक में कपड़ों (Textile) पर GST रेट को मौजूदा 5% बनाए रखने और इसे 12% तक नहीं बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने जानकारी दी है कि कपड़ों पर GST रेट का मुद्दा टैक्स रेट रेशनलाइजेशन समिति को भेजा जाएगा जो फरवरी तक अपनी रिपोर्ट देगी.
इससे पहले हिमाचल प्रदेश के उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने शुक्रवार, 30 दिसंबर को मीडिया से बात करते हुए बताया कि GST परिषद ने कपड़ों पर GST रेट को मौजूदा 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने के फैसले को टाल दिया है. इस मामले की समीक्षा फरवरी में होने वाली बैठक में की जाएगी. यह रिपोर्ट इकोनॉमिक्स टाइम्स ने प्रकाशित की है.
मालूम हो कि कपड़ों पर GST रेट को 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने का फैसला 1 जनवरी, 2022 से लागू होने वाला था. वर्तमान में, ₹ 1,000 प्रति पीस तक की बिक्री पर 5 प्रतिशत टैक्स लगाया जाता है.
हिंदुस्तान टाइम्स ने रिपोर्ट किया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में बजट पूर्व बैठक में गुजरात, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, राजस्थान और तमिलनाडु जैसे राज्यों ने कहा कि वे GST वृद्धि के पक्ष में नहीं हैं.
GST परिषद ने उल्टे शुल्क ढांचे (इनवर्टेड ड्यूटी स्ट्रक्चर) और अन्य विसंगतियों को दूर करने के लिए जीएसटी दर में GST के लिए कुछ सिफारिशें की थीं. इसमें कपड़ा क्षेत्र में रेट्स का संशोधन भी शामिल था जो 1 जनवरी, 2022 से लागू होने वाला था.
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