कर्नाटक चुनाव से पहले पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार की जा रही बढ़ोतरी रोक दी गई थी. लेकिन अब यह सिलसिला टूट गया है. अगले कुछ हफ्तों में सरकार पेट्रोल और डीजल के दाम में चार-चार रुपये प्रति लीटर की भारी बढ़ोतरी कर सकती है. ब्रोकरेज फर्मों ने तेल के दाम में बढ़ोतरी की संभावना जताई है.
कर्नाटक चुनाव से पहले कीमत में बढ़ोतरी रोक दी गई थी
कर्नाटक चुनाव खत्म होने के बाद पिछले सोमवार को हिन्दुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम ने पेट्रोल-डीजल की कीमत में बढ़ोतरी कर 19 दिनों से लगाई गई रोक खत्म कर दी थी. दोनों पहले की तरह ही रोजाना दाम चेंज करने की पुरानी तरीके पर लौट आई हैं . इसके बाद से अब तक पेट्रोल के दाम में 69 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो चुकी है. गुरुवार को दिल्ली में इसमें 22 पैसे की बढ़ोतरी हो गई और यह 75.32 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया. यह कीमत पांच साल का सर्वोच्च शिखर है. डीजील की कीमत 86 पैसे प्रति लीटर बढ़ चुकी है. सोमवार को 22 पैसे बढ़ोतरी की वजह से दिल्ली में इसके दाम 66.79 रुपये प्रति लीटर पर पहंच चुके हैं.
पेट्रोल की कीमत साढ़े चार रुपये/लीटर तक बढ़ सकती है
कोटक इंस्टीट्य़ूशनल इक्विटी ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि तेल मार्केटिंग कंपनियों को आने वाले सप्ताहों के दौरान डीजल के दाम में साढ़े तीन से चार रुपये और पेट्रोल के दाम में चार से साढ़े चार रुपये प्रति लीटर की दर से बढ़ोतरी करनी होगी ताकि वे एक लीटर पर 2.7 रुपये के अपने मार्जिन को बरकरार रखे सकें
बढ़ोतरी का यह अनुमान अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी और रुपया-डॉलर एक्सचेंज रेट को ध्यान में रख कर लगाया गया है. कोटक का कहना है कर्नाटक चुनाव से पहले पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी रोक दी गई थी और इस बीच तेल मार्केटिंग कंपनियों के मार्जिन में 50 से 70 पैसे प्रति लीटर की गिरावट आई थी. पिछले सप्ताह आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कहा था कि मार्जिन में 0.31 रुपये की कमी आई है. इस बीच डीजल के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में 84.68 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए थे. जबकि रुपया डॉलर के मुकाबले 67.06 पर पहुंच गया.
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