आयकर विभाग (IT) की छापेमारी के दौरान राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में एक रियल एस्टेट ग्रुप ने 3,000 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति होने की बात स्वीकार की है. सोमवार को केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान में कहा कि एनसीआर में कंपनी के 25 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी.
IT की छापेमारी के दौरान 3.75 करोड़ की बेनामी संपत्ति को जब्त करने के साथ 32 बैंक लॉकर्स को भी सील किया गया था.
हालांकि, सीबीडीटी ने कंपनी के नाम का खुलासा नहीं किया है. सीबीडीटी ने अपने बयान में कहा, "ग्रुप ने 3,000 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति को स्वीकार किया है और इसके लिए टैक्स चुकाने पर सहमत हुई है."
बयान में कहा गया है कि ग्रुप ने कई संपत्तियों के लेन-देन में भी टैक्स नहीं चुकाए हैं. यह ग्रुप इंफ्रास्ट्रक्चर, माइनिंग और रियल एस्टेट से जुड़ी हुई है.
सीबीडीटी के मुताबिक, सर्च के दौरान कई बेनामी संपत्ति और आपराधिक दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. कैश लेजर में 250 करोड़ रुपये से ज्यादा के बेनामी कैश रसीद पाए गए, जिसे सीज कर लिया गया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)