ADVERTISEMENTREMOVE AD

जेट एयरवेज में हिस्सेदारी बेचने के लिये छह अप्रैल को लगेगी बोली

बिड छह अप्रैल को आमंत्रित की जाएगी और उसे जमा करने की अंतिम तारीख नौ अप्रैल होगी.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

कर्ज में डूबी जेट एयरवेज के कर्जदाताओं ने कहा है कि टाइम बाउंड योजना के तहत वे एयरलाइन में हिस्सेदारी बिक्री के लिये छह अप्रैल को बिड आमंत्रित करेंगे. SBI की अगुवाई में कर्जदाताओं के ग्रुप ने कैश के संकट से जूझ रही जेट एयरवेज की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया और हिस्सेदारी बिक्री के लिये समयसीमा भी निर्धारित की.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कर्जदाताओं ने अपने स्टेटमेंट में क्या कहा?

जेट एयरवेज को कर्ज देने वाले फाइनेंशियल ग्रुप ने एक स्टेटमेंट में कहा कि बिड छह अप्रैल को आमंत्रित की जाएगी और उसे जमा करने की अंतिम तारीख नौ अप्रैल होगी. बयान के अनुसार कर्जदाताओं को यह पता है कि इस प्रयास का परिणाम कंपनी में शेयर की बिक्री पर पार्टियों के इंटरेस्ट पर निर्भर करेगा.

इसमें कहा गया है कि शेयर की बिक्री के लिये हर संभव प्रयास किये जाएंगे लेकिन अगर इनका कोई एक्सेप्टेड रिजल्ट नहीं आता है तो दूसरे विकल्पों पर विचार किया जाएगा. बता दें कि कर्ज समाधान योजना के तहत बैंकों ने एयरलाइन को अपने नियंत्रण में ले लिया है.

जेट एयरवेज पर करीब 8,500 करोड़ रुपए का कर्ज है. बैंकों ने साफ कर दिया था कि जब तक ठोस प्लान सामने नहीं आता तो नया कर्ज नहीं मिलेगा. जेट एयरवेज में यूएई की एतिहाद एयरलाइंस की 24 परसेंट हिस्सेदारी है.

लोकसभा चुनाव सिर पर हैं ऐसे में एक एयरलाइंस का दिवालिया हो जाना सरकार के लिए बहुत नुकसानदेह है. इसलिए सरकार ने बैंकों और अपने ही इंफ्रा फंड NIIF पर जेट को बचाने का दबाव बनाया. सरकार की फिक्र है कि जेट अगर दिवालिया हुई तो कम से कम 23 हजार लोग एक झटके में बेरोजगार हो जाएंगे. इसके अलावा जेट ने दुनियाभर से उधारी ले रखी है. बैंकों के अलावा सप्लायर्स, पायलट और लीज देने वाली कंपनियां सभी का जेट पर बकाया है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×