हाल ही में अंबानी परिवार ने नई पीढ़ी को कंपनी की कमान सौंपी है. आकाश अंबानी को रिलायंस जियो (Jio) इंफोकॉम का नया चेयरमैन बनाने की घोषणा कर दी गई है. वहीं कुछ दिनों पहले ही Godrej & Boyce (G&B) मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी के चेयरमैन जमशेद गोदरेज ने नायरिका होल्कर को अपनी गद्दी सौंपी है. जियो और गोदरेज के साथ-साथ विप्रो (Wipro), डाबर (Dabur), इमामी (Emami) जैसी कई नामी कंपनियां हैं जिन्होंने अगली पीढ़ी को अपने कारोबार की कमान सौंपी है. एक नजर कुछ ऐसे ही कुछ चेहरों पर.
1. जियो की गद्दी पर आकाश को बैठाया
देश-दुनिया के बड़े कॉर्पोरेट घराने में शुमार अंबानी परिवार में नई पीढ़ी को बिजनेस की कमान सौंपी गई हैं. रिलायंस जियो इंफोकॉम के डायेक्टर पद से मुकेश अंबानी ने इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद मुकेश अंबानी के बेटे आकाश अंबानी को जियो का नया चेरमैन बनाया गया है. जियो के बोर्ड ने नए चेयरमैन के तौर पर आकाश अंबानी के नाम की मंजूरी दे दी है.
2021 में एक बयान में मुकेश अंबानी ने कहा था कि उनके बच्चे लीडर के तौर पर अधिक जिम्मेदारियां ले रहे हैं. वह अपने बच्चों में देश के विकास में योगदान देने के लिए अपने पिता धीरूभाई अंबानी जैसी क्षमता देख सकते हैं. पिछले साल मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के संस्थापक धीरूभाई अंबानी के जन्मदिन पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम फैमिली डे फंक्शन में इस बात के साफ संकेत दे दिए थे. मुकेश अंबानी ने कार्यक्रम में कहा था कि अब नई पीढ़ी लीडरशिप की जिम्मेदारियों के लिए तैयार है. हमें उन्हें गाइड करना चाहिए, उन्हें सक्षम बनाना चाहिए और उनका उत्साह बढ़ाना चाहिए. हमें आराम से बैठकर नई पीढ़ी को हमसे बेहतर परफॉर्म करते देखना चाहिए और उनकी सराहना करनी चाहिए.
2. अजीम प्रेमजी ने रिशद को थमाई विप्रो की कमान
2019 में देश की बड़ी आईटी कंपनी विप्रो के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने अपने रिटायरमेंट का ऐलान किया था. लगभग 53 साल विप्रो की कमान संभालने वाले अजीम प्रेमजी ने अपने बेटे रिशद प्रेमजी को कंपनी की बागडोर थमाई थी. रिशद प्रेमजी 2007 से विप्रो कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं. एक इंटरव्यू के दौरान रिशद ने कहा था कि विप्रो में उनकी भर्ती अन्य कर्मचारियों की तरह ही हुई थी.
2006 में एक इंटरव्यू के दौरान अजीम प्रेमजी ने कहा था कि इतने बड़े और जटिलताओं वाले संस्थान (विप्रो) को यूं ही बेटों के हाथों में नहीं दिया जा सकता. मुझे लगता है कि जो भी इसे संभालेगा उसे इसके लायक बनना पड़ेगा. इसके लिए उचित योग्यता और परिपक्वता की आवश्यकता है.
3. Godrej & Boyce में जमशेद गोदरेज ने भांजी नायरिका को बनाया सीएमडी
हाल ही में गोदरेज एंड बॉयस मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी के चेयरमैन जमशेद गोदरेज ने अपनी भांजी नायरिका होल्कर को अपना उत्तराधिकारी बनाया है. नायरिका होल्कर जमशेद गोदरेज की बहन स्मिता और विजय कृष्णा की बेटी हैं. 2017 में नायरिका ने Godrej & Boyce का बोर्ड जॉइन किया था. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार विशेषज्ञों का कहना है कि जमशेद गोदरेज के लिए भविष्य के बारे में स्पष्टता जाहिर करने के लिए अपने उत्तराधिकारी के संबंध में औपचारिक घोषणा करना महत्त्वपूर्ण था.
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए इंटरव्यू में खुद जमशेद गोदरेज ने नायरिका को सीएमडी बनाने की पुष्टि की है. इंटरव्यू में जमशेद ने कहा कि नायरिका की बिजनेस में दिलचस्पी है और उसमें पैशन भी है. ये चीजें बहुत जरूरी हैं. हमारी 125 साल की विरासत इस मजबूत विश्वास का प्रतीक है कि बिजनेस के लिए एक पायनियरिंग स्पिरिट जरूरी है. साथ ही इनोवेशन की भावना भी जरूरी है. हम जो कुछ भी करें वह उसकी जड़ें स्थाई होनी चाहिए. हमें पैशन रखने वाले लोगों को आगे बढ़ाना चाहिए.
4. आनंद बर्मन ने अमित को बनाया डाबर का चेयरमैन
2019 में आनंद बर्मन ने डाबर इंडिया का चेयरमैन पद छोड़ दिया था उसके बाद अमित बर्मन को कंपनी का चेयरमैन नियुक्त किया था. यह नियुक्ति कंपनी में परिवार के उत्तराधिकार की योजना के तहत की गई थी. अमित बर्मन, आनंद बर्मन के चचेरे भाई हैं. इसी दौरान आनंद के चचेरे भाई मोहित को भी कंपनी का वाइस-चेयरमैन बनाया गया था, जबकि आनंद बर्मन के बेटे आदिरू को अतिरिक्त निदेशक के तौर पर बोर्ड में जगह दी गई थी.
बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के अनुसार बर्मन परिवार ने प्रबंधन को 20 वर्षों से स्वामित्व से अलग बनाए रखा था, लेकिन युवा सदस्यों की पदोन्नति के साथ-साथ नई पीढ़ी के आदित्य की नियुक्ति ऐसे समय में की गई थी जब भारतीय उद्योग जगत हाई-प्रोफाइल वाले व्यवसायिक घरानों में टकराव की स्थिति दर्ज कर रहा है.
5. शिव नादर ने बेटी रोशनी को सौंपी HCL की कमान
देश की टॉप आईटी कंपनियों में शुमार एचसीएल टेक्नाेलॉजी के सह-संस्थापक शिव नाडर ने 2020 में चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था और कंपनी की कमान अपनी बेटी रोशनी नाडर मल्होत्रा को सौंप दी थी. उस समय कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी सी विजयकुमार ने कहा था कि 'यह निर्णय कंपनी के उत्तराधिकार योजना का हिस्सा था. मुझे नहीं लगता कि रणनीति में कोई बदलाव होगा क्योंकि शिव मुख्य रणनीति अधिकारी की भूमिका में बने रहेंगे.'
शिव नाडर ने एक बार कहा था ‘मैं नेतृत्व को अवसर नहीं देता, बल्कि उन लोगों पर निगाह रखता हूं, जो कमान संभाल सकते हैं.’
6. इमामी के फाउंडर्स ने मोहन गोयनका और हर्ष वी अग्रवाल पर जताया भरोसा
इमामी कंपनी बोरो प्लस, नवरत्न तेल, सोना चांदी च्यवनप्राश और फास्ट रिलीफ जैसे प्रोडक्ट्स बनाती है. मार्च 2022 में इमामी के फाउंडर्स राधेश्याम अग्रवाल और राधेश्याम गोयनका ने कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए नई पीढ़ी को कमान सौंप दी है. कंपनी बोर्ड ने मोहन गोयनका को वाइस चेयरमैन और होलटाइम डायरेक्टर, जबकि हर्ष वी अग्रवाल को वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर नियुक्त किया है. मोहन गोयनका आरएस गोयनका के सबसे बड़े बेटे हैं. वहीं हर्ष अग्रवाल आरएस अग्रवाल के छोटे बेटे हैं.
आरएस अग्रवाल और आरएस गोयनका ने कहा कि 'मोहन गोयनका और हर्ष वी अग्रवाल दो दशकों से अधिक समय से कंपनी को चलाने और बढ़ाने में सबसे आगे रहे हैं. हमें विश्वास है कि हमारी अगली पीढ़ी इमामी की विरासत और मूल्यों को बनाए रखेगी.'
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