मारुति सुजुकी इंडिया ने अपने अस्थायी कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है. न्यूज एजेंसी रॉयर्टस के मुताबिक, पैसेंजर कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने 30 जून को खत्म हुए छमाही में 18,845 अस्थायी कर्मचारियों को रोजगार दिया. जो पिछले साल के मुकाबले 6 फीसदी या 1,181 कर्मचारी कम हैं. नौकरियों में कटौती में अप्रैल के बाद से तेजी आई.
देश की मैन्युफेक्चरिंग आउटपुट में आधे से ज्यादा हिस्सेदारी रखने वाले ऑटो सेक्टर में पिछले 1 दशक की सबसे बड़ी मंदी चल रही है. गाड़ियों की बिक्री तेजी से गिर रही है और इसमें सुधार की भी कोई संभावना नहीं दिख रही है.
मारुति सुजुकी में इस तरह की कटौती पहली बार रिपोर्ट की गई है. कंपनी ने कहा कि उसने स्थायी कर्मचारियों की संख्या में कोई कटौती नहीं की है. मार्च के अंत तक ये संख्या 15,892 थी. हालांकि कंपनी ने ये कहने से इनकार कर दिया कि पिछले साल की तुलना में क्या कटौती की योजना बनाई गई. कंपनी ने पहले ही बताया था कि साल के पहले छह महीनों के उत्पादन में 10.3 फीसदी की कटौती की गई है.
मारुति सुजुकी की बिक्री में जुलाई में 33 % की गिरावट
मारुति सुजुकी इंडिया की बिक्री जुलाई महीने में 33.50 फीसदी गिरकर 1,09,264 यूनिट्स पर आ गयी. कंपनी ने एक दिन पहले 1 अगस्त एक बयान में कहा था कि उसने पिछले साल जुलाई में 1,64,369 यूनिट्स की बिक्री की थी.
इसी महीने के दौरान कंपनी की घरेलू बिक्री पिछले साल के 1,54,150 गाड़ियों की तुलना में 36.30 फीसदी गिरकर 98,210 गाड़ियों पर आ गयी. इस दौरान आल्टो और वैगनआर समेत मिनी कारों की बिक्री पिछले साल के 37,710 यूनिट्स की तुलना में 69.30 फीसदी गिरकर 11,577 यूनिट्स पर आ गयी.
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