आपका होम लोन और कार लोन महंगा होने के आसार हैं क्योंकि रिजर्व बैंक ने रेपो रेट चौथाई परसेंट बढ़ाकर 6 परसेंट कर दिया है. रेपो रेट बैंकों के लिए संकेत होता है कि वो लोन के लिए ब्याज दर कितनी रखें.
रिजर्व बैंक ने 4 साल में पहली बार ब्याज दरें बढ़ाई हैं जिसका मतलब बैंकों को संकेत है और कर्ज महंगा हो सकता है.
रिजर्व बैंक ने ब्याज दरें बढ़ा दीं है. क्रेडिट पॉलिसी में रेपो रेट 0.25 परसेंट बढ़ा दी गई हैं. रेपो रेट अब 6.25 परसेंट होगा. इससे आपकी ईएमआई में भी बढ़ोतरी होने के आसार हैं. बैंक अब कारोबारियों के साथ कार लोन, होम लोन में भी ब्याज दरें बढ़ा सकते हैं.
रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी के सभी तीन सदस्यों ने रेपो रेट बढ़ाने की सिफारिश की.
रिजर्व बैंक ने रेट क्यों बढ़ाए
गवर्नर उर्जित पटेल के मुताबिक इकनॉमी की तस्वीर सुधर रही है, इसलिए रेट बढ़ाए गए हैं.
- अफोर्डेबल हाउसिंग के लिए होम लोन की सीमा बढ़ाई
- मेट्रो शहरों के लिए अफोर्डेबल होम लोन की सीमा 28 लाख से बढ़कर 35 लाख
- छोटे शहरों के लिए अफोर्डेबल हाउसिंग की सीमा 20 लाख रुपए से 25 लाख रु
- मॉनसून अच्छा रहने का अनुमान है, इसलिए पैदावार अच्छी होने की उम्मीद
- मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में प्रदर्शन सुधर रहा है
- ग्रामीण और शहरी इलाकों में खपत बढ़ रही है
- जीडीपी ग्रोथ अनुमान 2018-19 में करीब 7.4 परसेंट रहने का अनुमान है
- कच्चे तेल और कमोडिटी में बढ़ोतरी से रिटेल महंगाई दर में बढ़ोतरी का अनुमान है
- कच्चे तेल में लगातार तेजी से रिटेल महंगाई दर 2018-19 में 4.7% के आसपास रहने का अनुमान
- तमाम पहलुओं पर विचार करने के बाद रेपो रेट 0.25 परसेंट बढ़ाकर 6.25 परसेंट किया गया है
- रिटेल महंगाई दर 4 परसेंट के लक्ष्य के मुकाबले अक्टूबर तक 4.7 से 4.9 परसेंट रहने का अनुमान
- घरेलू इकनॉमी लगातार बेहतर हो रही है, इन्वेस्टमेंट के हालात भी सुधरे हैं
- इन तमाम मोर्चों में अच्छी खबरों को देखते हुए एमपीसी ने रेट में बढ़ोतरी की है
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