रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू मीटिंग के नतीजों का ऐलान हो गया है. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है. रेपो रेट को बिना किसी बदलाव के साथ 4% पर रखा जाएगा. साथ ही रिवर्स रेपो रेट भी बिना किसी बदलाव के साथ 3.35% रहेगा.
मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी(MSF) रेट और बैंक रेट बिना किसी बदलाव के साथ 4.25% रहेगाशक्तिकांत दास, RBI गवर्नर
जीडीपी में वृद्धि का अनुमान 2021-22 में 9.5% पर बरकरार रखा गया है, जिसमें तीसरी तिमाही (Q3) में 6.6% और चौथी तिमाही (Q4) में 6% शामिल है.
2022-23 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी वृद्धि 17.2% और 2022-23 की दूसरी तिमाही के लिए 7.8% अनुमानित है.
अर्थव्वस्था की रिकवरी और महंगाई को लेकर आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने दो बातें कही हैं.
चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही जनवरी-मार्च 2022 में इंफ्लेशन शिखर पर हो सकता है, आरबीआई ने वित्त वर्ष 2022 के लिए सीपीआई (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) इंफ्लेशन के 5.3% पर रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई के अनुसार चौथी तिमाही के बाद इंफ्लेशन में नरमी आएगी.
आगे उन्होंने कहा कि दूसरी लहर के झटकों से इकोनॉमी उबर रही है और इसमें तेजी आ रही है लेकिन यह लंबे समय तक कायम होती नहीं दिख रही. उनके मुताबिक इकोनॉमिक रिकवरी लंबे समय तक बनी रहे, इसके लिए पॉलिसी सपोर्ट जरूरी है.
आखिरी बार आरबीआई ने साल 2020 के मई में रेपो रेट में बदलाव किया था. मई 2020 में आरबीआई ने रेपो रेट में 40 बीपीएस (0.40 फीसदी) की कटौती की थी जिसके बाद रेपो रेट घटकर 4 फीसदी रह गया.
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