भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve bank Of India- RBI) ने ब्याज दर में 50 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी कर दी है यानी रेपो रेट में अब 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है. आरबीआई के इस फैसले के बाद अब रेपो दर 5.4 फीसदी से बढ़कर 5.9 फीसदी हो चुकी है.
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि, "वैश्विक बाधाओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था लचीली बनी हुई है, जिसमें वैश्विक मंदी की आशंका बढ़ रही है, मुद्रास्फीति (महंगाई) अधिक है."
वित्त वर्ष 2023 के लिए रिजर्व बैंक ने जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7 फीसदी पर रखा है, इससे पहले अनुमान 7.2 फीसदी था. इसके अलावा महंगाई दर के अनुमान को भी 6.7 फीसदी पर बरकरार रखा हुआ है.
इस वित्त वर्ष में जुलाई-सितंबर के बीच विकास दर 6.3% रहने का अनुमान है, अक्टूबर-दिसंबर यानी तीसरी तिमाही में यह 4.6% और चौथी तिमाही यानी जनवरी-मार्च में 4.6% का अनुमान है.
बता दें कि इससे पहले रिजर्व बैंक ऑप इंडिया ने अगस्त में भी ब्याज दरों में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की थी, जून के महीने में भी 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई था और मई में 0.40 फीसदी से ब्याज दरों को बढ़ाया था.
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