भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के रेपो रेट को 50 बेसिस प्वाइंट (bps) बढ़ाने के एक दिन बाद, कई बैंकों ने एक्सटर्नल बेंचमार्क से जुड़े होम लोन पर ब्याज दरों को बढ़ा दिया है. रिजर्व बैंक (RBI) ने अब रेपो रेट को 4.40 फीसदी से बढ़ाकर 4.90 फीसदी कर दिया है. नया रेपो रेट 8 जून से लागू हो गया है.
किन बैंकों ने एक्सटर्नल बेंचमार्क होम लोन (EBLR) पर ब्याज दरें बढ़ाई हैं, जानिए.
आईसीआईसीआई बैंक
आईसीआईसीआई बैंक ने EBLR को बढ़ाकर 8.60 फीसदी कर दिया है. बैंक के ये एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट 8 जून से लागू हो गए हैं.
बैंक ऑफ बड़ौदा
बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी बड़ौदा रेपो लिंक्ड लेंटिंग रेट (BRLLR) से जुड़े कई लोन पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं. ये नई दरें 9 जून से लागू हो गई हैं.
वेबसाइट के मुताबिक, रीटेल लोन पर BRLLR 7.40% है.
पंजाब नेशनल बैंक
पंजाब नेशनल बैंक का रेप लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) 9 जून से 7.40% हो गया है.
बैंक ऑफ इंडिया
बैंक ऑफ इंडिया ने भी दरों को बढ़ाया है. वेबसाइट के मुताबिक, 8 जून से लागू हुआ नया RBLR 7.75% है.
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने 8 जून को कहा कि MPC ने सर्वसम्मति से पॉलिसी रेपो रेट को 50 बीपीएस बढ़ाकर 4.90% करने के लिए मतदान किया है. रेपो रेट बढ़ने का असर आपके सेविंग बैंक अकाउंट और FD पर भी पड़ेगा.
लगातार बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के लिए भी केंद्रीय बैंक रेपो रेट में बढ़ोतरी करके इसे काबू में करने की कोशिश करता है. रेपो रेट में ताजा बढ़ोतरी से उम्मीद की जानी चाहिए कि महंगाई को काबू में रखने में मदद मिलेगी.
क्या होता है रेपो रेट?
रेपो रेट (Repo Rate) वह रेट होता है, जिस रेट पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) कमर्शियल बैंकों (Commercial Banks) और दूसरे बैंकों को लोन देता है. उसे रिप्रोडक्शन रेट (Reproduction Rate) या रेपो रेट कहते हैं.
देश की सरकार या केंद्रीय बैंक रेपो रेट की मदद से एक साथ महंगाई को नियंत्रित करने और विकास के दर को बनाए रखने की कोशिश करता है. रेपो रेट से केंद्रीय बैंक बाजार में पैसे की तरलता को नियंत्रित करता है.
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