टेलीकॉम सेक्टर के लिए केंद्र सरकार के राहत पैकेज की घोषणा के कुछ दिन बाद, वोडाफोन आईडिया (VI) के सीईओ और एमडी रविंदर टक्कर ने कहा है कि कंपनी मार्केट में सरवाइव करेगी और AGR पर चार साल के मोरेटियम पर हुई बचत से कैश भी इन्वेस्ट करेगी.
हजारों करोड़ों के कर्ज में डूबी वोडाफोन आईडिया का बिना सरकारी मदद के चलना मुश्किल कहा जा रहा था.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वोडाफोन आइडिया के सीईओ रविंदर टक्कर ने कहा कि इंवेस्टर्स ये देखने का इंतजार कर रहे थे कि क्या नई दिल्ली ये सुनिश्चित करेगी कि टेलीकॉम सेक्टर में कम से कम तीन खिलाड़ी मौजूद रहें और ये भी चाहते थे कि रकम का इस्तेमाल सरकारी बकाया का भुगतान करने के बजाय बिजनेस के लिए किया जा सके. टक्कर ने कहा कि इस राहत पैकेज के बाद वो सभी डर खत्म हो गए हैं.
उन्होंने कहा, "इस जबरदस्त बदलाव के साथ हमारे बिजनेस प्लान को अपडेट करना होगा, जिसका मतलब है कि हमारी फंडिंग जरूरतों को भी अपडेट करना होगा."
"इसमें कोई संदेह नहीं है कि वोडाफोन आईडिया चलता रहेगा, हम मार्केट में मुकाबला करेंगे और आगे बढ़ेंगे."रविंदर टक्कर, सीईओ, वोडाफोन आईडिया
टेलीकॉम सेक्टर के लिए केंद्र का राहत पैकेज
पिछले हफ्ते, घाटे में चल रहे टेलीकॉम सेक्टर के लिए केंद्र सरकार ने कई ऐलान किए. सरकार ने बकाया AGR (ए़डजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू) पर चार साल के मॉरेटोरियम (छूट) को मंजूरी दी है. इसके अलावा, टेलीकॉम इंडस्ट्री को बूस्ट करने के लिए ऑटोमैटिक रूट से 100 फीसदी FDI निवेश को भी अनुमति दी गई है.
JIO ने बदली टेलीकॉम सेक्टर की तस्वीर
जियो इंफोकॉम के आने के बाद से टेलीकॉम सेक्टर में कम टैरिफ का दौर आया था, जिसकी वजह से कई प्राइवेट कंपनियों को दुकान बंद करनी पड़ी थी. सिर्फ VIL और एयरटेल ही दो प्राइवेट प्लेयर बचे हैं. एयरटेल की स्थिति VIL के मुकाबले फिर भी ठीक है.
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