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Zomato शेयरों की मार्केट में जबरदस्त मांग, ट्रेड वॉल्यूम 60 करोड़ के पार

जोमैटो का मार्केट कैपिटलाइजेशन अब 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का हो गया है.

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जोमैटो (Zomato) के शेयरों की शुक्रवार 23 जुलाई को स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग हो गयी. पहले कंपनी ने लिस्टिंग की तारीख 27 जुलाई तय थी. उम्मीद के मुताबिक ही कंपनी को निवेशकों की तरफ से बाजार में काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. जबरदस्त प्रीमियम पर लिस्टिंग और इसके बाद बढ़े वॉल्यूम से इन्वेस्टर्स का स्टॉक की तरफ रुझान स्पष्ट है.

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जोमैटो (Zomato) के इश्यू को ओवरऑल 38.25 गुना सब्सक्राइब किया गया था. कुल ₹9,375 करोड़ के इश्यू साइज की तुलना में निवेशकों ने ₹2.13 लाख करोड़ के शेयरों की मांग की थी.

जोमैटो के लिए कैसा रहा पहला दिन:

  • कंपनी के शेयर ₹76 के इश्यू प्राइस से 50% से ज्यादा के प्रीमियम के साथ NSE और BSE पर लिस्ट हुए. BSE में जोमैटो का शेयर ₹115 पर लिस्ट हुआ, वहीं NSE में ₹116 प्रति शेयर के दर पर लिस्टिंग हुई.

  • दिन 12 बजकर 30 मिनट के अनुसार जोमैटो के शेयर का हाई ₹138.9 का है.

  • सुबह से अभी तक करीब 61 करोड़ zomato के शेयरों की खरीद बिक्री हुई है.

  • शुक्रवार को हुए मेगा लिस्टिंग के बाद जोमैटो का मार्केट कैपिटलाइजेशन अब 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का हो गया है.

  • यह भारत का पहला यूनिकॉर्न (1 बिलियन डॉलर से ज्यादा वैल्यूएशन) स्टार्टअप है, जो कि पब्लिक हुआ है.

जोमैटो के बम्पर लिस्टिंग पर एक्सपर्ट की राय

Zomato समय पर खाना डिलीवर करता है या नहीं, यह बहस का विषय नहीं है. लेकिन इसके आईपीओ ने निवेशकों को समय से पहले ही शानदार रिटर्न दे दिया.
R.K, एडवाइजर, IPO मंत्रा
हम अगले 10 वर्षों पर ध्यान केंद्रित करने जा रहे हैं. हमारे आईपीओ को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया हमें विश्वास दिलाती है कि दुनिया ऐसे निवेशकों से भरी हुई है जो हमारे द्वारा किए जा रहे निवेश की सराहना करते हैं, और हमारे व्यापार के बारे में लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण रखते हैं.
दीपेंद्र गोयल, फाउंडर & CEO, जोमैटो (शेयरहोल्डर्स को लिखे लेटर में)
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कंपनी अभी भी है घाटे में

कोविड के समय ऑनलाइन फूड डिलीवरी बिजनेस में काफी बढ़ोतरी हुई है. वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का रेवेन्यू दोगुना हुआ है, हालांकि इसके बावजूद कंपनी प्रॉफिट बनाने में नाकाम रही है.

Zomato का कहना है कि आईपीओ की रकम का इस्तेमाल कंपनी अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए करेगी.

गौरतलब हो कि अभी जोमैटो घाटे वाली कंपनी है, जिसके कारण रिटेल निवेशकों के लिए कुल इश्यू का केवल 10% ही शेयर रखा गया था. नॉर्मल IPO में रिटेल निवेशकों के लिए आमतौर पर कंपनी के कुल इश्यू का 35% शेयर रखा जाता है.

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