अब इंपोर्टेड मोबाइल, सेट टाॅप बाॅक्स, माइक्रोवेव खरीदना महंगा पड़ेगा. सरकार ने इन प्रोडक्ट्स पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी यानी सीमा शुल्क में दोगुनी बढ़ोतरी की है.
मेक इन इंडिया के तहत देश में बनने वाले मोबाइल फोन, माइक्रोवेव्स और टेलीविजन की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने ये फैसला किया है.
कितनी बढ़ाई गई कस्टम ड्यूटी
- मोबाइल फोन पर 10 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी. इसकी वजह से सैमसंग, एलजी, ओप्पो, वीवो, जियोनी, एचटीसी जैसी विदेशी कंपनियों के फोन महंगे हो जाएंगे.
- टेलीविजन पर 10 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी.
- माइक्रोवेव्स के इंपोर्ट पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी को 10 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दी गई है.
डिपार्टमेंट ऑफ रेवेन्यू की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, मॉनिटर और प्रोजेक्टर्स के इंपोर्ट पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी को भी दोगुना कर 20 फीसदी कर दिया गया है. इतना ही नहीं, इलेक्ट्रिक फिलामेंट और डिसचार्ज लैम्प की कस्टम ड्यूटी में भी बदलाव किए गए हैं.
इस कदम से लोकल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा.
केंद्र सरकार के इस कदम से उन इलेक्ट्राॅनिक सामानों के दाम में बढ़ोतरी हुई है, जिनको विदेश से इंपोर्ट किया जाता है. हालांकि देश में बनने वाले मोबाइल फोन, टीवी और माइक्रोवेव के दाम नहीं बढ़ेंगे. इस बारे में सरकार ने गुरुवार रात को नोटिफिकेशन जारी कर दिया था.
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