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अब भारत में भी फ्लाइट के दौरान मिलेगा Wi-Fi, लेकिन शर्तें लागू

जानिए कैसे काम करेगा इन-फ्लाइट वाई-फाई

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फ्लाइट में ट्रैवल करने वाले पैसेंजर्स को लंबे वक्त से इंतजार था कि फ्लाइट में भी इंटरनेट की सुविधा मिले. उनका अब ये सपना पूरा होने जा रहा है. केंद्र सरकार ने 2 मार्च को भारत में चलने वाली एयरलाइंस कंपनियों को उड़ानों के दौरान यात्रियों को वाई-फाई उपलब्ध कराने की मंजूरी दे दी. एक आधिकारिक नोटिफिकेशन में यह जानकारी दी गई है.

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नोटिफिकेशन में कहा गया है कि ‘उड़ानों के दौरान जब लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट, स्मार्टवॉच, ई-रीडर या कोई अन्य उपकरण फ्लाइट मोड या एयरप्लेन मोड पर लगा हो तो पायलट विमान में सवार यात्रियों को वाई-फाई के जरिये इंटरनेट इस्तेमाल करने की अनुमति दे सकता है.’ 

Wi-Fi यूज करते वक्त गैजेट फ्लाइट मोड में होना चाहिए

सरकार ने फ्लाइट के दौरान इंटरनेट की सुविधा देने के लिए एयरलाइंस कंपनियों को मंजूरी जरूर दी है लेकिन इसके साथ शर्त भी रखी है. शर्त ये है कि वाई-फाई यूज करते वक्त पैसेंजर्स के गैजेट्स फ्लाइट मोड पर होने चाहिए. इसके लिए डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन एयरक्राफ्ट को प्रमाणित करेंगे.

कैसे काम करेगा इन-फ्लाइट वाई-फाई

जैसे ही ये खबर मिली कि हजारों फीट ऊंचाई पर इंटरनेट इस्तेमाल कर सकते हैं तो मन में सवाल उठता है कि इन-फ्लाइट वाई-फाई काम कैसे करेगा? इसके दो तरीके हैं. पहला – Air to ground (ATG) और दूसरा सैटेलाइट.

अब जानते हैं क्या है एयर टू ग्राउंड सिस्टम

ये सिस्टम ठीक जमीन पर मौजूद मोबाइल टावर से निकलने वाले सिग्नल की तरह काम करता है. मतलब जमीन पर मौजूद मोबाइल ब्रॉडबैंड टावर से मोबाइल में सिग्नल जाता है, जिसके बाद हमें इंटरनेट सर्विस मिलती है. ठीक उसी तरह मोबाइल ब्रॉडबैंड टावर से सिग्नल एयरक्राफ्ट के एंटीना से कनेक्ट होगा. एंटीना फ्लाइट के बाहरी निचले हिस्से पर लगा होगा. प्लेन टेक ऑफ करते ही नजदीकी टावर से सिग्नल लेगा. ताकि आसानी से इंटरनेट मिल सके.

लेकिन अब सवाल उठता है कि जमीन पर भी कई जगहों पर नेटवर्क नहीं होता है. साथ ही समुद्र और पहाड़ी इलाकों में भी नेटवर्क मौजूद नहीं होगा. ऐसे में इंटरनेट पाने का दूसरा रास्ता बचता है सैटेलाइट.

वाई-फाई के लिए कितना चुकाना होगा पैसा?

जबतक एयरलाइन्स और टेलिकॉम कंपनियों के बीच समझौते नहीं हो जाते, तब तक वाई फाई के लिए कितना पैसा चुकाना होगा ये कह पाना मुश्किल है. लेकिन माना जा रहा है कि उड़ान के दौरान कॉल और इंटरनेट खासा महंगा पड़ेगा. दूसरे देशों में इन-फ्लाइट वाई-फाई सस्ता नहीं है. सिंगापुर एयरलाइन्स अपने फर्स्ट और बिजनेस क्लास के कस्टमर को 100 एमबी तक का डेटा देती है. वहीं इकॉनमी क्लास के लिए 5 डॉलर (करीब 335 रुपये) से इंटरनेट पैक शुरू होता है. अमीरात एयरलाइन्स 20 एमबी फ्री इंटरनेट सुविधा देती है जो कि ना के बराबर है. वैसे 150 एमबी के लिए 9.99 डॉलर (करीब 666 रुपये) और 500 एमबी डेटा के लिए 15.99 डॉलर (करीब 1067 रुपये) वसूलता है.

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