कोरोनावायरस की वजह से देश की इकनॉमी को करारा झटका लग सकता है. ग्लोबल रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने चालू वित्त वर्ष ( 2019-20) के दौरान भारत की आर्थिक विकास दर का अनुमान 5.7 फीसदी से घटा कर 5.2 फीसदी कर दिया है. रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे के बीच ग्लोबल इकॉनमी मंदी के दौर में प्रवेश कर रही है.
ग्लोबल मंदी की चेतावनी
इस ग्लोबल रेटिंग एजेंसी के एशिया पैसिफिक के लिए प्रमुख इकॉनमिस्ट शॉन रोशे ने कहा कि चीन में पहली तिमाही में इकनॉमी को बड़ा झटका लग सकता है. अमेरिका और यूरोप में शटडाउन और कोरोना वायरस संक्रमण के कारण एशिया-प्रशांत में भारी मंदी पैदा हो सकती है. रेटिंग एजेंसी ने भारत के साथ चीन और जापान की विकास दर अनुमान भी घटा दिया है. चीन के ग्रोथ रेट अनुमान को इसने 4.8 फीसदी से घटा कर 2.9 फीसदी कर दिया है
भारत में रोजगार से कारोबार तक मार
भारत में कोरोनावायरस की वजह से कई सेक्टरों को भारी घाटे की आशंका हैं. टूर एंड ट्रैवल, एविेएशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मा और सर्विस सेक्टर की कुछ इंडस्ट्रीज को खासा नुकसान हो सकता है. सबसे ज्यादा नुकसान टूर एंड ट्रैवल सेक्टर में देखने को मिल रहा है, जहां सरकार की ओर से वीजा जारी बंद करने से इंटरनेशल फ्लाइट की बुकिंग 90 फीसदी घट गई है. वहीं डोमेस्टिक बुकिंग में 70 से 80 फीसदी की गिरावट आई है.
इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के प्रेसिडेंट प्रणब सरकार ने ब्लूमबर्गक्विंट को बताया कि पिछले साल के जनवरी-मार्च की तुलना में इस साल जनवरी से लेकर अब तक विदेशी टूरिस्टों की संख्या में 67 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है. वहीं विदेशी टूरिस्टों की संख्या 40 फीसदी घट गई है. हाल में इंडिगो एयरलाइंस चलाने वाली इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड नेअपनी एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि यात्रियों की संख्या तेजी से घटने लगी है.
टैक्सी एग्रीगेटर कंपनियों को नुकसान
इस सप्ताह कोरोनवायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ज्यादा से ज्यादा दफ्तरों ने ‘वर्क फ्रॉम होम’ को बढ़ावा देने की शुरुआत कर दी है. इससे ओला-उबर जैसी टैक्सी एग्रीगेटर कंपनियों की बुकिंग लगभग 50 से 60 फीसदी तक घटने का अनुमान लगाया जा रहा है
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