वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 12 फरवरी को राज्यसभा में बजट पर चर्चा की. बजट के बारे में बोलते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि- 'ये बजट आत्मनिर्भर भारत के लिए है. ये बजट ऐसा है जो साफ तौर पर सरकार के अनुभव और प्रशासनिक क्षमताओं को दर्शाता है' वित्त मंत्री ने बताया कि ये बजट रोजगार, युवाओं को फोकस में रखते हुए बनाया गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि बजट मौजूदा हालातों के साथ लॉन्ग टर्म को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है.
बजट पर आलोचनाओं का जवाब देते हुए राज्यसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा- :
पीएम आवास योजना के तहत 1.67 करोड़ से अधिक घरों का निर्माण हुआ. क्या यह अमीरों के लिए है? 17 अक्टूबर के बाद से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2.67 से अधिक घरों का विद्युतीकरण किया गया. 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में खाद्यान्न, 8 करोड़ लोगों को मुफ्त में खाना बनाने वाली रसोई गैस उपलब्ध कराई गई और 40 करोड़ लोगों, किसानों, महिलाओं, दिव्यांगों, गरीबों और जरूरतमंदों को सीधे नकद राशि दी गई थी.निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री
बजट में युवाओं के लिए नए अवसरों पर फोकस
निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में कहा कि केंद्रीय बजट 2021 के लिए दुनियाभर के एक्सपर्ट, अर्थशास्त्रियों से सलाह मशविरा किया गया. आत्मनिर्भर भारत बनाने का मतलब है कि 130 करोड़ लोगों की आकांक्षाओं को प्रदर्शित करना.
हमारी आबादी का दो तिहाई हिस्सा युवा है और अवसरों की खोज में है. बजट का फोकस न सिर्फ रिलीफ पैकेज देने पर है बल्कि कोशिश है कि रोजगार के नए अवसर तैयार किए जाएं.वित्त मंत्री
'बजट में जमकर किया खर्च, दूर की सोच रखी'
वित्त मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि बजट का फोकस कोरोना वायरस से प्रभावित हुई इकनॉमी को जोरदार स्टिम्युलस देने पर रहा है. ताकि हम मौजूदा हालातों का सामना कर सकें. वित्त मंत्री का कहना है कि बजट का जोर सिर्फ मौजूदा वक्त पर नहीं है बल्कि ये मीडियम और लॉन्ग टर्म को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है.
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