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स्नैपडील-फ्लिपकार्ट का मर्जर नहीं होगा,आखिर क्यों हुई बातचीत खत्म?

स्नैपडील कंपनी ने डिजिटल पेमेंट प्लेटफार्म फ्रीचार्ज एक्सिस बैंक को 385 करोड़ रुपये में बेचा है.

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ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील ने फ्लिपकार्ट के साथ अधिग्रहण को लेकर बातचीत खत्म कर दी है. कंपनी ने कहा है कि वो अपना कामकाज जारी रखेगी और 'स्वतंत्र तरीके से रास्ते पर आगे बढ़ेगी'.

मतलब साफ है कि पिछले 5 महीने के बीच स्नैपडील के अधिग्रहण को लेकर फ्लिपकार्ट से जो बातचीत चल रही थी उसका कोई नतीजा नहीं निकला है.

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90 से 95 करोड़ डॉलर में सौदे की थी अटकलें

बता दें कि ऐसी खबरें थी कि स्नैपडील अपना कारोबार फ्लिपकार्ट को 90 से 95 करोड़ डालर में बेचने के लिये बातचीत कर रही है. स्नैपडील के प्रवक्ता ने फ्लिपकार्ट का नाम लिये बिना ई-मेल के जरिये दिये बयान में कहा,

स्नैपडील पिछले कई महीनों से रणनीतिक विकल्प तलाश रही थी. कंपनी ने अब स्वतंत्र रास्ता अपनाने का निर्णय किया है और अब सभी रणनीतिक बातचीत समाप्त कर रही है.

'स्नैपडील-2' की शुरुआत

कंपनी ने कहा कि यह मजबूती के साथ नई दिशा स्नैपडील-2 है और हमने इस महीने प्रॉफिट हासिल कर इसे आगे बढ़ाने की दिशा में कामयाबी हासिल की है. बयान के मुताबिक, ' 'इसके अलावा कुछ गैर-महत्वपूर्ण संपत्ति को बेचकर ऐसी उम्मीद है कि स्नैपडील फाइनेंशियल तौर पर आत्मनिर्भर कंपनी बन जाएगी. ' '

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स्नैपडील के कदम पीछे करने के कारण

कुछ ही दिन पहले कंपनी ने डिजिटल पेमेंट प्लेटफार्म फ्रीचार्ज एक्सिस बैंक को 385 करोड़ रुपये में बेचा है. ऐसे में जानकार ये भी मान रहे हैं कि अब थोड़ा फाइनेंशियल ‘स्टेबल’ होने के बाद स्नैपडील कम वैल्युएशन में कंपनी को न बेचकर फिर खुद को खड़ा करने की तैयारी में हैं.

डोमेस्टिक ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील को अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी दूसरी कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा था. इसका असर उसके फाइनेंशियल कंडीशन पर पड़ा था.

स्नैपडील में सबसे बड़ी निवेशक जापान की कंपनी साफ्टबैंक बिक्री को लेकर बातचीत में मध्यस्थता कर रही थी. साफ्टबैंक के एक प्रवक्ता ने कहा, ' 'हम स्वतंत्र रास्ता अपनाने के फैसले का सम्मान करते हैं. हमारा स्नैपडील-2 रणनीतिक के परिणाम को लेकर नजरिया सकारात्मक है.’’

फ्लिपकार्ट की कोशिशों को 'हल्का' झटका

अमेजन से रेस की होड़ में देश की दिग्गज ईृ-कॉम कंपनी फ्लिपकार्ट लगातार कंपनियों का अधिग्रहण कर रही है. इसी साल अप्रैल के महीने में कंपनी ने टेन्सेंट, ईबे और माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में 1.4 बिलियन डॉलर का इंवेस्ट किया है. इसके अलावा फ्लिपकार्ट ने भारत में ईबे के बिजनस को खरीद लिया था. ऐसे में स्नैपडील से सौदा नहीं होने पर फ्लिपकार्ट को हल्का झटका लगा है.

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