विदेशों में कमजोरी के रुख के बाद कारोबारियों ने अपने जमा सौदों की कटान की जिससे वायदा बाजार में मंगलवार को सोना 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 47,001 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया.
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में जून माह में डिलीवरी वाले सोने की कीमत 82 रुपये या 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 47,001 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई जिसमें 56 लॉट के लिए कारोबार हुआ.
सोने के अगस्त माह में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 116 रुपये या 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 47,022 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई जिसमें 15,382लॉट के लिए कारोबार हुआ.
वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में सोने का भाव 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,748 डॉलर प्रति औंस रह गया.
कमजोर मांग से चांदी वायदा कीमतों में गिरावट
कमजोर हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को कम किया जिससे वायदा बाजार में मंगलवार को चांदी की कीमत 171 रुपये की गिरावट के साथ 50,440 रुपये प्रति किग्रा रह गयी.
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में जुलाई डिलीवरी के लिए चांदी की कीमत 171 रुपये या 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 50,440 रुपये प्रति किग्रा रह गई जिसमें 13,703 लॉट के लिए कारोबार हुआ.
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि विदेशी बाजारों में कमजोरी के रुख से यहां घरेलू बाजार मेंचांदी वाायदा कीमतों पर दबाव रहा.
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बाजार, न्यूयॉर्क में चांदी का भाव 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18.77 डॉलर प्रति औंस रह गया.
बुलियन मार्केट क्या होती है?
सोने-चांदी जैसी कीमती धातुओं की खरीदारी बुलियन मार्केट से की जाती है. सोने की खरीदारी दो तरह से होती है. आमतौर पर लोग सर्राफा बाजार से सोना खरीदते हैं. वहीं, कारोबारी लोग वायदा बाजार के जरिए सोने की खरीदारी करते हैं. यह ऐसा बाजार है जहां सोने-चांदी का व्यापार वायदा बाजार (फ्यूचर मार्केट) के जरिए होता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)