सोने की कीमतों (Gold Price 27 August 2020) में अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के चेयरमैन के भाषण के बाद भारी गिरावट दर्ज की गई है. जानकारों का कहना है कि फेडरल रिजर्व के पॉजिटिव रुख यानी महंगाई से निपटने और नौकरियों बढ़ाने पर जोर देने का असर बुलियन मार्केट पर दिखा है.
मनी कंट्रोल डॉट कॉम की खबर के अनुसार, बीते सत्र में डॉलर इंडेक्स निचले स्तर से रिकवर हो गया, जिसकी वजह से सोने-चांदी में कमजोरी देखने को मिली. इसीलिए कॉमैक्स पर सोने के दाम 2 फीसदी से ज्यादा लुढ़क गए. इन्हीं संकेतों के चलते भारतीय बाजारों में सोने की कीमतें (Gold Rate) गिर सकती हैं.
भारत में सोने के दामों (Gold Price) पर, एक्सपर्ट्स की मानें तो 7 अगस्त को सोने की कीमतों ने घरेलू बाजार में 56200 रुपये प्रति दस ग्राम का सबसे उच्चतम स्तर छुआ था. इसके बाद कीमतों में लगातार गिरावट आ रही है. अमेरिकी डॉलर में मज़बूती के चलते सोने की कीमतों में तेज गिरावट आ सकती है.
बता दें कि गुरुवार को 10 ग्राम सोने का भाव 743 रुपये बढ़कर 52,508 रुपये के स्तर पर पहुंच गया. इसके पहले बुधवार को यह 51,765 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. वहीं, दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी के भाव में 3,615 रुपये प्रति किलोग्राम की रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली, जिसके बाद चांदी के दाम बढ़कर 68,492 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
सरकार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) 2020-21 सीरीज-6 फिर लाने वाली है. यह स्कीम 31 अगस्त को खुलेगी. इसमें निवेश लंबे समय में फायदा देगा. इससे पहले 3 अगस्त को खुली स्कीम में RBI ने ऑफर प्राइस 5,334 रुपये प्रति 10 ग्राम तय किया था.
यह ऑफर 3 से 7 अगस्त 2020 के बीच आया था. इससे पिछली बार के सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2020-21 ऑफर का मूल्य 4,852 रुपये प्रति 10 ग्राम था. यह ऑफर 6 से 10 जुलाई के बीच आया था. बॉन्ड के लिए ऑनलाइन भुगतान करने वालों को 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट मिलती है. बता दें यहां सस्ते में सोना खरीदने का मौका मिलता है.
बता दें कोरोना वायरस के संकट काल में मेटल में इन्वेस्टमेंट काफी ज्यादा बढ़ गया था. रियल एस्टेट, फाइनेंशियल्स, बैंक सभी जगह से रिटर्न बेहद कम हो गया था तो लोग पैसा निकालकर गोल्ड में इन्वेस्ट कर रहे थे.
हांलाकि शेयर बाजार में पैसा बना है लेकिन उतार-चढ़ाव इतना ज्यादा था कि आम आदमी के लिए रिस्क लेना मुश्किल था. संकट काल में गोल्ड इन्वेस्टमेंट के लिए सेफ हेवन बन गया था. लेकिन अब ट्रेंड बदलता दिख रहा है और गोल्ड की कीमतों में कमजोरी देखने को मिल रही हैं.
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