स्विस बैंकों में सबसे ज्यादा पैसे जमा करने के मामले में भारत 74वें स्थान पर पहुंच गया है. वहीं इस लिस्ट में ब्रिटेन इस बार भी पहले स्थान पर बना हुआ है. स्विट्जरलैंड के स्विस नेशनल बैंक (SNB) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, स्विट्जरलैंड के बैंकों में जमा कुल विदेशी फंड में भारत का मात्र 0.07 प्रतिशत धन ही जमा है.
वहीं 2018 के अंत तक ब्रिटेन के लोगों या कंपनियों ने स्विस बैंकों में जमा कराए कुल विदेशी फंड का करीब 26 प्रतिशत जमा किया है. इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर यूनाइटेड स्टेट्स, तीसरे पर वेस्टइंडीज, चौथे पर फ्रांस और पांचवें पर हॉन्गकॉन्ग हैं.
एसएनबी की रिपोर्ट के मुताबिक, स्विस बैंकों में जमा कुल विदेशी फंड में 50 प्रतिशत से अधिक धन टॉप 5 देशों का है.
ब्रिक्स के पांच देशों को देखें तो इंडिया इसमें सबसे निचले पायदान पर है. ब्रिक्स देशों में रूस सबसे आगे 20वें नंबर पर है. वहीं इसके बाद 22वें नंबर पर चीन, 60वें पर दक्षिण अफ्रीका और 65वें पर रूस है.
एशियाई देशों में सऊदी अरब (21वें), थाईलैंड (39वें) और मॉरिशस (71वें) भारत से आगे हैं. भारत के पड़ोसी मुल्कों की बात की जाए तो सभी इससे पीछे हैं. पाकिस्तान इस लिस्ट में 82वें नंबर पर है.
ये पिछले चार सालों में पहली बार है जब स्विस बैंकों में जमा धन के मामले में पाकिस्तान भारत से पीछे है. पाकिस्तान के बाद बांग्लादेश 89वें, नेपाल 109वें, श्रीलंका 141वें, म्यांमार 187वें और भूटान 193वें नंबर पर है.
1996 से लेकर 2007 तक भारत स्विटजरलैंड में धन जमा करने वाले टॉप 50 देशों में शुमार था. 2008 से भारत इस लिस्ट में नीचे खिसकता गया. 2008 में भारत इस लिस्ट में 55वें, 2009 और 2010 में 59वें, 2011 में वापस 55वें, 2012 में 71वें और 2013 में 58वें नंबर पर था. पिछले साल भारत 15 अंकों की छलांग लगाकर इस लिस्ट में 73वां नंबर पर था. 2017 में भारत का स्थान 88वां था.
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