जनवरी के महीने में भारत की थोक महंगाई में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2020 में भारत की थोक महंगाई बढ़कर 3.1 परसेंट हो गई थी, जबकि ये दिसंबर 2019 में 2.59 परसेंट थी. खाद्य महंगाई में जनवरी में सबसे ज्यादा महंगाई दर्ज की गई है. खाद्य पदार्थों की महंगाई जनवरी में 11.51 परसेंट बढ़ी है.
- फ्यूल, पावर, लाइटिंग की थोक महंगाई 3.42 परसेंट बढ़ी
- खाद्य पदार्थों की महंगाई 11.51 परसेंट बढ़ी
- मैन्यूफैक्चर्ड उत्पादों की महंगाई 0.34 परसेंट बढ़ी
- प्राइमरी वस्तुओं की महंगाई 10.01 परसेंट बढ़ी
जनवरी में रिटेल महंगाई भी बढ़ी
वहीं पिछले दिनों सरकार ने जनवरी के रिटेल महंगाई के आंकड़े भी जारी किए. जनवरी में भी रिटेल महंगाई की दर बढ़कर 7.59 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई है. इससे पहले दिसंबर 2019 में खुदरा महंगाई दर 7.35 फीसदी दर्ज की गई थी. देश में खुदरा महंगाई दर मई 2014 के बाद के सबसे ऊंचे स्तर पर चली गई है. सब्जियों, अंडों, गोश्त, मछली जैसे खाद्य पदार्थो और ईंधन की कीमतों में तेजी की वजह से खुदरा महंगाई में उछाल आया है. 12 फरवरी को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने ये आंकड़े जारी किए हैं.
उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक जनवरी 2018 में शून्य से 2.24 फीसदी कम था, जबकि इस साल जनवरी में बढ़कर 13.63 फीसदी हो गया. इसी तरह, ईंधन के दाम बढ़ने के कारण फ्यूल और लाइट कैटेगरी की महंगाई दर बढ़कर 3.66 फीसदी हो गई.
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा महंगाई दर बीते महीने जनवरी में 7.59 फीसदी दर्ज की गई है, जो देश में खुदरा महंगाई दर का मई 2014 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)