विप्रो, इंफोसिस, टेक महिंद्रा जैसी देश की बड़ी आईटी कंपनियों में छंटनी की खबर सुर्खियों में हैं. ऐसे में सरकार ने कहा है कि आईटी सेक्टर ने उसे भरोसा दिया है कि बड़े पैमाने पर छंटनी नहीं होगी और ये सेक्टर 8-9 फीसदी की दर से ग्रोथ कर रहा है.
आईटी सचिव अरुणा सुंदरराजन ने कहा कि कुछ ऐसे मामले हो सकते हैं जहां एनुअल परफॉर्मेंस रिव्यू में कंपनियां कर्मचारियों के कॉन्ट्रेक्ट आगे न बढ़ाए.
इसके अलावा आईटी सेक्टर में इस समय क्लाउड कंप्यूटिंग, बिग डाटा और डिजिटल पेमेंट सिस्टम के बाद नौकरियों बदलाव से गुजर रही हैं. उन्होंने ब्रॉडबैंड इंडिया फोरम के मौके पर कहा,
छंटनी की सुर्खियों में जिन कंपनियों के नाम लिए जा रहे उन्होंने साफ किया है कि इस साल ऐसी कोई बड़ी बात नहीं होने जा रही है.अरुणा सुंदरराजन, आईटी सचिव
सुंदरराजन ने कहा, ‘‘एनुअल रिव्यू के तहत कुछ लोगों का कॉन्ट्रेक्ट रिन्यू किया गया हो लेकिन यह मान लेना बिल्कुल गलत है कि अचानक इस साल बड़े पैमाने पर छंटनी हो रही है. '' उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार को इस संबंध में आईटी सेक्टर से भरोसा मिला है.
उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर 8-9 फीसदी की दर से ग्रोथ कर रहा है ऐसे में ये मानने का कोई कारण नहीं है कि ग्रोथ घटती जा रही है.
सुंदरराजन ने कहा कि आईटी सेक्टर लोगों को नौकरियां देना जारी रखेगा. इस सेक्टर ने पिछले 2.5 साल में 5 लाख नौकरियां दी है.
बता दें कि पिछले कुछ हफ्ते से आईटी क्षेत्र में छंटनी की खबरें आ रही है. विप्रो, इंफोसिस, कॉग्निजेंट और हाल में टेक महिंद्रा ने एनुअल रिव्यू शुरु किया है. इस रिव्यू में काम के मामले में खराब प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों की छंटनी की आशंका जताई गई है. आईटी सेक्टर को लेकर ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि कुछ हफ्ते में हजारों कर्मचारियों की नौकरी जा सकती है.
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