ADVERTISEMENTREMOVE AD

चंदा कोचर के खिलाफ सीबीआई का लुकआउट नोटिस 

चंदा कोचर ने पिछले साल अक्टूबर में आईसीआईसीआई बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ के पद से इस्तीफा दिया था

Published
story-hero-img
छोटा
मध्यम
बड़ा

सीबीआई ने वीडियोकॉन लोन मामले में आईसीआईसीआई की पूर्व सीईओ चंदा कोचर के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है. पिछले सप्ताह 3,250 करोड़ की अनियमितता के मामले में चंदा कोचर के खिलाफ सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कराई थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

चंदा कोचर के पति और वेणुगोपाल धूत पर आरोप

पिछले महीने सीबीआई 3250 करोड़ की अनियमितता के मामले में चंदा कोचर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. सीबीआई ने वीडियोकॉन लोन मामले में चंदा कोचर को आरोपी करार दिया था.

पिछले साल चंदा कोचर के खिलाफ सीबीआई ने पीई दर्ज की थी. इसके बाद उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन के प्रमुख वेणगोपाल धूत के खिलाफ भी सभी हवाईअड्डों पर लुकआउट नोटिसी जारी किए गए थे. इस लुकआउट को रिवाइव कर दिया गया है.

एफआईआर के बाद लुकआउट नोटिस जारी किए गए. एफआईआर के बाद यह नोटिस अनिवार्य होता है. आईसीआईसीआई बैंक ने वीडियोकॉन लोन मामले में चंदा कोचर का पहले तो समर्थन किया लेकिन बाद में 18 जून 2018 को उन्हें बेमियादी छुट्टी पर भेज दिया.

ये है पूरा मामला ?

2012 की शुरुआत में वीडियोकॉन ग्रुप को आईसीआईसीआई बैंक से 3,250 करोड़ रुपये का लोन मिला. उस समय चंदा कोचर आईसीआईसीआई बैंक की एमडी और सीईओ थीं. आरोपों के मुताबिक, वीडियोकॉन ग्रुप को लोन मिलने के बाद शेयरों के ट्रांसफर के जरिए चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को फायदा पहुंचाया गया था.

  • दिसंबर 2008 में दीपक कोचर और वेणुगोपाल धूत ने न्यूपावर रिन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की. धूत के पास इस कंपनी में उनके परिवार और सहयोगियों के साथ 50 फीसदी शेयर थे. इस कंपनी में दीपक कोचर और उनके परिवार के मालिकाना हक वाली कंपनी पैसिफिक कैपिटल के पास बाकी 50 फीसदी शेयर थे
  • जनवरी, 2009 में धूत ने न्यूपावर के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया और 2.5 लाख रुपये में अपने 24,999 शेयर कोचर को ट्रांसफर कर दिए
  • मार्च 2010 में न्यूपावर ने धूत की कंपनी सुप्रीम एनर्जी से 64 करोड़ रुपये का लोन लिया
  • इसके बाद कोचर और पैसिफिक कैपिटल ने न्यूपावर के अपने शेयर सुप्रीम एनर्जी को ट्रांसफर कर दिए. इस तरह मार्च 2010 के आखिर में न्यूपावर में सुप्रीम एनर्जी के 94.99 फीसदी शेयर हो गए. उस समय बाकी 4.99 फीसदी शेयर कोचर के पास थे
  • नवंबर 2010 में धूत ने सुप्रीम एनर्जी में अपने सभी शेयर अपनी सहयोगी महेश चंद्र पुंगलिया को ट्रांसफर कर दिए
  • पुंगलिया ने अपने शेयर सितंबर 2012 से अप्रैल 2013 के बीच एक ट्रस्ट पिनैकल एनर्जी को ट्रांसफर कर दिए. इस ट्रस्ट में दीपक कोचर मैनेजिंग ट्रस्टी थे. पुंगलिया ने ये शेयर 9 लाख रुपये में ट्रांसफर किए थे

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×