भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 06 जनवरी को देश के दिग्गज कारोबारियों से इकनॉमिक ग्रोथ को रफ्तार देने और रोजगार पैदा करने के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की. देश के टॉप उद्योगपति इस बैठक में शामिल रहे.
इस बैठक में टाटा ग्रुप के सर्वे सर्वा रतन टाटा रतन टाटा से लेकर एशिया के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी मौजूद रहे.
इकनॉमिक ग्रोथ और इस बैठक में देश की तमाम बड़ी कंपनियों के चेयरमैन, सीईओ शामिल हुए. इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, टाटा संस के रतन टाटा, वेदांता ग्रुप के अनिल अग्रवाल, टीसीएस के एन चंद्रशेखरन, महिंद्रा ग्रुप के आनंद महिंद्रा, अदानी ग्रुप के गौतम अदानी इस बैठक का हिस्सा रहे.
अर्थव्यवस्था के लिहाज से साल 2019 अच्छा नहीं गुजरा. 2020 में हमारी इकनॉमी के सामने सवाल हैं कि हमारी कमाई कैसे बढ़ेगी, जॉब्स कैसे क्रिएट होंगीं, ग्रोथ होगी कि नहीं होगी.
2020 में जरूरी होंगे ये कदम
- विनिवेश कीजिए
- बैंकों को बचाइए
- NBFC में सुधार
पीएम मोदी ने इकनॉमी पर बोलते हुए एसोचैम के प्रोग्राम में कहा था-‘’देश की अर्थव्यवस्था में उतार चढ़ाव पहले भी आए हैं, लेकिन देश में वो सामर्थ्य है कि वो हर बार ऐसी परिस्थिति से बाहर निकला है और पहले से ज्यादा मजबूत होकर निकला है.’’ .
लेकिन भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार रहे अरविंद सुब्रमण्यन ने जोश फेलमैन के साथ मिलकर भारत के इकनॉमी को समझने के लिए एक शोध पत्र लिखा है. शोध पत्र में लिखा गया है कि फिलहाल अर्थव्यवस्था जिस हालात में है उससे साफ है कि ये ICU में जा रही है.
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