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शेयर मार्केट में बन रहे हैं नए रिकॉर्ड, ये हैं 5 बड़ी वजहें 

देश में हो रहे परिवर्तन के साथ वैश्विक संकेतों ने भी घरेलू मार्केट पर असर किया है.

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मंगलवार को देश के शेयर बाजार में ऐतिहासिक उछाल देखने को मिली है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने पहली बार 9,300 अंक के स्तर को पार किया और 9,306 अंकों पर बंद हुआ. वहीं बंबई स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स में भी 287 अंकों की उछाल देखने को मिली है.

घरेलू शेयर बाजार में आई इस तेजी के कई कारण हैं. देश में हो रहे परिवर्तन के साथ वैश्विक संकेतों ने भी घरेलू मार्केट पर असर किया है.

शेयर मार्केट की तेजी के 5 अहम कारण:

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1. फ्रांस में मैक्रॉन को बढ़त, ग्लोबल मार्केट में तेजी

फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव चल रहे हैं. चुनाव के पहले चरण में यूरोपियन यूनियन विरोधी मरीन ल पेन के मुकाबले उदारवादी एमैनुएल मैक्रॉन को बढ़त मिली है. ल पेन फ्रांस को यूरो से बाहर लाना चाहती हैं, क्योंकि पूरे यूरोप के लिए एक करेंसी का आइडिया उन्हें पसंद नहीं है. ऐसे में मैक्रॉन की बढ़त यूरोपियन यूनियन के लिहाज से अच्छी खबर साबित हो रही है.

बता दें कि फ्रांस यूरोजोन की दूसरी सबसे बड़ी और दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.

अब मैक्रॉन की बढ़त के कारण दुनिया भर के शेयर मार्केट के साथ भारत के बाजार में भी तेजी देखने को मिली है.

2. FPI (फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट) में तेजी

फॉरेन इन्वेस्टर्स का भरोसा घरेलू मार्केट में बना हुआ है. एफपीआई के तहत भारतीय पूंजी बाजार में इस महीने 3 अरब डॉलर का निवेश किया गया है. सेबी ने सरकारी ऋण पत्रों में एफबीआई के इन्वेस्ट की सीमा बढ़ा दी है जिस कारण इसमें तेजी आई है.

बता दें कि अप्रैल के महीने में फॉरेन इन्वेस्टर्स ने 2,382 करोड़ की इक्विटी खरीदी है. एफपीआई के तहत इस साल में अब तक करीब 42 हजार करोड़ रुपये इन्वेस्ट किए गए. सिर्फ मार्च के ही महीने में 30,906 करोड़ के स्टॉक खरीदे गए हैं.

शेयर मार्केट में मौजूदा तेजी का ये भी बड़ा कारण हैं.

3. GST से फायदे की उम्मीद

1 जुलाई से जीएसटी लागू होने की उम्मीद है. ऐसे में ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर में जीएसटी लागू होने के बाद फायदे का अनुमान लगाया जा रहा है. इस कारण ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर की इन कंपनियों में अभी से तेजी देखने को मिल रही है. रिलायंस इंडस्ट्रीज और दूसरी बड़ी कंपनियों के बेहतर तिमाही के नतीजें इसी ओर इशारा कर रहे हैं.

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4. देश में राजनीतिक स्थिरता

2017 के चुनावों में बीजेपी की जीत ने देश में राजनीतिक स्थिरता का माहौल पैदा किया है. केंद्र और कई बड़े राज्यों में एक ही पार्टी की सरकार है जो इस माहौल को और मजबूती दे रही है. ऐसे में इन्वेस्टर्स लॉन्ग टर्म में इन्वेस्ट करते दिख रहे हैं. नोटबंदी का भी असर ज्यादा दिन तक नहीं रहा अब इन्वेस्टर्स को लंबे समय तक के लिए पैसा लगाना फायदा का सौदा दिख रहा है.

5. मॉनसून सामान्य रहने की उम्मीद

देशभर में इस साल मॉनसून सामान्य रहने की भविष्यवाणियों का भी शेयर मार्केट पर असर पड़ा है. मौसम विभाग ने इस साल मॉनसून के सामान्य रहने और अल नीनो का खतरा कम होने की भविष्यवाणी की थी. इस अनुमान का सीधा फायदा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को होगा. साथ ही एफएमसीजी, एग्रो कंपनियों के शेयर में इस कारण से तेजी देखने को मिली है.

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