पेटीएम पेमेंट बैंक दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल बैंक बनने की तैयारी कर रहा है. बैंक का लक्ष्य 50 करोड़ कस्टमर बनाने का है, जिन्हें शेयर ट्रेडिंग से लेकर वेल्थ मैनेजमेंट और लेन-देन के बिल पेमेंट समेत सभी वित्तीय सर्विस मिलेंगी.
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को दिल्ली में पेटीएम के पेमेंट बैंक का उद्घाटन किया.
पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर के मुताबिक, उनका बैंक डेबिट कार्ड और मनी मार्केट फंड लाने जा रहा है. साथ ही उनका बैंक बिजनेस अकाउंट खोलने पर दूसरे बैंकों से ज्यादा सर्विस देगा.
विजय शेखर ने बताया कि डिजिटल पेमेंट तो एंट्री प्वाइंट है, लेकिन इसके बाद पेटीएम हर तरह की वित्तीय सर्विस देने की तैयारी कर रहा है.
पेमेंट बैंक पैसे का लेन-देन तो कर सकते हैं, पर लोन नहीं दे सकते. ऐसे करीब 12 कंपनियों को पेमेंट बैंक खोलने की मंजूरी दी गई है.
अभी तक देश में 4 पेमेंट बैंक चालू हो चुके हैं. पेटीएम के अलावा एयरटेल, इंडिया पोस्ट और फिनो पेमेंट बैंक ने काम शुरू कर दिया है.
पेटीएम बैंक में विजय शेखर की कंपनी वन97 की मुख्य हिस्सेदारी है, जबकि अलीबाबा और अन्य की 49 परसेंट हिस्सेदारी है. पेटीएम के डिजिटल वॉलेट के करीब 10 करोड़ कस्टमर हैं.
पेटीएम के मुताबिक, जल्द ही एक डेबिट कार्ड और मंथली किस्त वाले लोन की स्कीम लाने का इरादा है. इसके बाद शेयर ट्रेडिंग और इंश्योरेंस प्रोडक्ट भी लाए जाएंगे. दो सालों में पेटीएम ने 5000 करोड़ रुपये का निवेश किया है.
विजय शेखर के मुताबिक, अगले सालभर में 5000 करोड़ का निवेश करने का उनका इरादा है.
क्या है पेमेंट बैंक
ऐसे बैंक सेविंग अकाउंट खोल सकते हैं और 1 लाख रुपये तक डिपॉजिट भी ले सकते हैं. इनके जरिए लेन-देन किया जा सकता है. नियमित बैंक और पेमेंट बैंक में सबसे बड़ा फर्क है कि ये लोन नहीं दे सकते.
जानकारों का मानना है कि डिपॉजिट बढ़ाने के लिए पेमेंट बैंक जमा पर ज्यादा ब्याज की स्कीम ला सकते हैं. इससे बड़े बैंकों के लिए कंपिटीशन बढ़ेगा.
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