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RBI ने कॉन्टैक्टलेस कार्ड ट्रांजैक्शन की सीमा बढ़ाकर 5,000 रुपए की

आरबीआई ने कहा कि जल्द ही RTGS सिस्टम भी सातों दिन 24 घंटे उपलब्ध कराई जाएगी.

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सुरक्षित तरीके से डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कार्ड और यूपीआई से कॉन्टैक्टलेस लेन-देन की सीमा बढ़ा दी है. RBI ने ऐलान किया है कि कॉन्टैक्टलेस ट्रांजेक्शन (बिना पिन नंबर) की लिमिट 2000 रुपए से बढ़ाकर 5000 रुपए कर दी गई है. ये नियम एक जनवरी 2021 से लागू होगा.

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इसके अलावा, कार्ड और UPI के जरिए रेकरिंग ट्रांजेक्शन के लिए ई-मैनडेट पर लेनदेन की सीमा 1 जनवरी, 2021 से 2,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये करने का प्रस्ताव किया गया है. हालांकि, यह लिमिट कंज्यूमर के विवेक पर निर्भर करता है. साथ ही यह डेबिट और क्रेडिट कार्ड, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, वॉलेट और यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए से कॉन्टैक्टसेल और रेकरिंग ट्रांजेक्शन को भी को कवर करता है.

जुलाई 2019 से RBI ने देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के मकसद से NEFT और RTGS के जरिए से लेनदेन पर चार्ज लेना बंद कर दिया है.

आरबीआई ने कहा कि जल्द ही RTGS ( रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट सिस्टम) भी सातों दिन 24 घंटे उपलब्ध कराई जाएगी. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि हफ्ते के सभी दिनों में IMPS, NETC, NFS, RuPay, UPI लेनदेन को आसान बनाकर सिस्टम में निपटान और डिफॉल्ट की कमियों को दूर करने का प्रस्ताव है. इससे पेमेंट इकोसिस्टम बहुत आसान हो जाएगी.

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