RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी ने इस बार रेपो रेट कट में कोई बदलाव नहीं किया है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में ये फैसला हुआ. रेपो रेट 4% और रिवर्स रेपो रेट 3.3% पर बरकरार है.
RBI पहले ही फरवरी से लेकर अब तक रेपो रेट में 1.15 फीसदी की कटौती कर चुका है. इससे पहले RBI ने पिछले साल रेपो रेट में 1.35 फीसदी की कटौती की थी.
इस साल की बात करें तो रिजर्व बैंक ने कोरोना वायरस को देखते हुए दो बार ब्याज दरों में कटौती की है.
क्या होता है रेपो रेट?
रेपो रेट कोआसान भाषा में समझने के लिए कह सकते हैं कि बैंक हमें कर्ज देते हैं और उस कर्ज पर हमें ब्याज देना पड़ता है. ठीक इसी तरह बैंकों को भी अपने लोन देने के इस काम के लिए भारी-भरकम राशि की जरूरत होती है और इसके लिए वे भारतीय रिजर्व बैंक से उधार लेते हैं. बैंकों द्वारा लिए जाने वाले इस लोन पर RBI जिस दर से ब्याज वसूलता है, उसे रेपो रेट कहते हैं.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)