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99% पुराने नोटों की वापसी, जेटली बोले-नोटबंदी के मकसद में कामयाब 

15.44 लाख करोड़ के 500 और 1000 के नोट बंद किए गए थे उनमें से 15.28 लाख करोड़ कीमत के नोट वापस आ चुके हैं

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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सालाना रिपोर्ट जारी कर बताया है कि 8 नवंबर 2016 को हुई नोटबंदी के बाद से अबतक कुल 99 फीसदी पुराने नोट वापस आ चुके हैं. ये आंकड़े नोटबंदी के बाद से 30 जून, 2017 तक के हैं.

बता दें कि 4 नवंबर, 2016 तक 17.97 लाख करोड़ रुपये की कीमत के नोट सर्कुलेशन में थे. 8 नवंबर को कुल 15.44 लाख करोड़ के 500 और 1000 के नोट अमान्य कर दिए गए, अब उनमें से 15.28 लाख करोड़ कीमत के नोट वापस आ चुके हैं.



15.44 लाख करोड़ के 500 और 1000 के नोट बंद किए गए थे उनमें से 15.28 लाख करोड़ कीमत के नोट वापस आ चुके हैं
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RBI रिपोर्ट की कुछ खास बातें

हालांकि, रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि नोटबंदी के बाद पुराने 1,000 रुपये के कुल 632.6 करोड़ नोटों में से 8.9 करोड़ नोट अब तक नहीं लौटे हैं. जिनकी कुल कीमत 8,900 करोड़ है. 1,000 रुपये के जो नोट वापस नहीं लौटे हैं, वे साल 2016 के 8 नवंबर से पहले सर्कुलेशन में रहे कुल नोटों का महज 1.3 फीसदी हैं.

आरबीआई के रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल मार्च के अंत तक सर्कुलेशन में रहे 2 हजार के नए नोटों की कीमत, कुल बैंक नोट्स की कीमत का 50 फीसदी से ज्यादा है.

रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि नोटबंदी के बाद नए नोटों की छपाई से साल 2016-17 में नोटों की छपाई की लागत, दोगुनी होकर 7,965 करोड़ रुपये हो गयी, जो 2015-16 में 3,421 करोड़ रुपये थी.

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वित्त मंत्री अरुण जेटली ने RBI रिपोर्ट आने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की.

जेटली ने इस दौरान ये खास बातें कही है:

  • नोटबंदी किसी के पैसों को जब्त करने के लिए नहीं की गई थी. जो लोग ऐसा सोचते हैं उन्होंने कभी भी कालेधन और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ी है.
  • नोटबंदी के बाद डायरेक्ट टैक्स बढ़ा है. ये भी नोटबंदी का उद्देश्य था.
  • इससे आतंकवाद की फंडिंग पर लगाम लगी है. जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी पर लगी रोक इसी का नतीजा है.
  • जो गुमनाम पैसा था उसे मालिक के साथ जोड़ दिया जाए ये भी नोटबंदी का उद्धेश्य था.
  • जाली नोटों पर चोट करने में भी कारगर रही है नोटबंदी
  • नोटबंदी के बाद जीडीपी में आई गिरावट पर जेटली ने कहा, भविष्य के लिए नोटबंदी का फैसला बेहतर होगा, ये तात्कालिक परिणाम था.
  • ऑफिशियल ट्रांजेक्शन को बढ़ाने में भी कामयाबी मिली है. डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिला है.
  • असंगठित क्षेत्रों को संगठित क्षेत्रों से जोड़ने में भी फायदा मिला है.
  • जेटली ने ये भी कहा है कि नोटबंदी के बाद उनका अगला निशाना चुनावों में इस्तेमाल होने वाले कालेधन पर रोक लगाना है.

बता दें कि रिजर्व बैंक ने बुधवार को सालाना रिपोर्ट जारी की है.

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