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रिलायंस का शेयर खरीदें या बेचें, एक्सपर्ट राय-5G प्लान पर रखें नजर

15 जुलाई को रिलायंस की AGM में कई बड़े ऐलान

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मुकेश अंबानी के 15 जुलाई को पूरा 5G सोल्यूशन शुरुआत से बनाने समेत कई बड़े ऐलानों के कुछ ही समय बाद एयरटेल और वोडाफोन जैसे टेलीकॉम ऑपरेटर के शेयर कथित रूप से 4-7 फीसदी गिर गए.

रिलायंस की एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में मुकेश अंबानी ने बताया कि गूगल जियो प्लेटफॉर्म में स्ट्रेटेजिक पार्टनर होगा और 7.7 प्रतिशत की हिस्सेदारी के लिए 33,737 करोड़ का निवेश करेगा.

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अंबानी ने बताया कि जियो प्लेटफॉर्म का कैपिटल बढ़ाने का टारगेट गूगल के निवेश के बाद पूरा हो गया है. गूगल जियो में निवेश करने वाली 13वीं कंपनी है.

ब्लूमबर्ग क्विंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, AGM के खत्म होने तक रिलायंस के स्टॉक प्राइस कम हो गए थे. रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के एनालिस्ट्स ने कथित रूप से कहा, "हम कंपनी की लॉन्ग-टर्म ग्रोथ प्लान को लेकर पॉजिटिव हैं और निवेशकों को अच्छे रिटर्न्स के लिए स्टॉक होल्ड करने की सलाह देंगे."

15 जुलाई को रिलायंस की AGM में मुकेश अंबानी ने ये जरूरी ऐलान किए:

  • मुकेश अंबानी ने बताया कि जियो ने 5G को लेकर अपना रोडमैप तैयार कर लिया है. भारत में 5G रोल आउट करने के बाद इस सॉल्यूशंस का एक्सपोर्ट भी किया जाएगा.
  • मुकेश अंबानी ने बताया कि 5G टेक्नोलॉजी हमारे देश में ही बनाई गई है. मतलब 5G पूरी तरह से स्वदेशी टेक्नोलॉजी आधारित होगा. रिलायंस इसको अगले साल तक लॉन्च कर सकती है.
  • गूगल के साथ मिलकर रिलायंस एंड्रॉइड बेस्ड सस्ते 4G-5G स्मार्टफोन बनाएंगे. इससे 2G फीचर फोन की कीमत पर स्मार्टफोन मिलने लगेंगे जिससे कि धीरे-धीरे फीचर फोन को चलन से बाहर किया जा सके.
  • रिलायंस ने अपने Jio TV और OTT प्लेटफॉर्म इंटीग्रेशन के बारे में जानकारी दी. इसके अलावा जियो ने अपना नया प्रोडक्ट Jio Glass भी लॉन्च किया.
  • रिलायंस ने AGM में जियो का एक ऑनलाइन एजुकेशन ऐप और हेल्थकेयर ऐप भी लॉन्च किया है
  • कंपनी ने ये ऐलान कर दिया है कि वो अब एक पूरी तरह कर्ज मुक्त कंपनी हो गई है और मुकेश अंबानी ने कहा है कि कंपनी का पूंजी जुटाने का लक्ष्य पूरा हो गया है.
  • जियो मार्ट अब किराना से आगे बढ़कर इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन, फार्मास्यूटिकल, हेल्थकेयर सेक्टर में भी काम करेगा. साथ ही आने वाले दिनों में ये और नए शहरों तक सर्विस को बढ़ाएगा.

'लॉन्ग-टर्म ग्रोथ ट्रेंड अभी भी बरकरार'

एनालिस्ट्स का कहना है कि इस महीने कंपनी के स्टॉक में आई उछाल AGM के ऐलानों की संभावनाओं पर आधारित था और अरामको डील में देरी से निवेशकों का मूड कुछ खराब हुआ है.

बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बड़ी ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने कहा कि बड़ी तादाद में कैपिटल जुटाने से रिलायंस की इक्विटी जरूरत पूरी हो गई है और साथ ही वो अरामको डील भी कर रही है. नोमुरा ने कहा, "हम अपनी बाय रेटिंग और 1900 रुपये का टारगेट प्राइस पर कायम हैं."

Jefferies के एनालिस्ट्स ने कहा कि 5G स्पेक्ट्रम के अगले साल नीलम होने की उम्मीद है और ऑपरेटर इसे 2022 में ही खरीदेंगे. उन्होंने कहा, "लेकिन रिलायंस के 5G पर कदम से 5G कैपेक्स साइकिल जल्दी हो सकती है."

'5G रोल आउट की टाइमलाइन पर ध्यान दीजिए'

Edelweiss Research के एनालिस्ट्स के मुताबिक, स्मार्टफोन एडॉप्शन में सस्ता होना मुख्य मुद्दा नहीं है.

एक्सपर्ट्स ने कहा, "हम बड़े स्तर पर ऑपरेटर के 5G लॉन्च की उम्मीद 2024–25 तक करते हैं. 5G रोल आउट की टाइमलाइन पर ध्यान देना होगा. भारती एयरटेल और भारती इंफ्राटेल में टारगेट प्राइस 712 और 235 रुपये पर ‘BUY’ को रिटेन कीजिए और वोडाफोन-आइडिया को टार्गेट प्राइस 9 रुपये पर ‘REDUCE’ कीजिए."

Antique Stock Broking ने बताया कि जियो और रिलायंस रिटेल में डेवलपमेंट की वजह से उन्होंने अपने SOTP में वैल्युएशन मल्टीप्ल बढ़ा दी और स्टॉक पर बाय रेटिंग बरकरार रखते हुए टारगेट प्राइस 1,600 से 1960 प्रति शेयर कर दिया.

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