अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस आर्थिक संकट की वजह से काफी बुरी स्थिति में है. RCom पर 10 बैंकों का बड़ा कर्ज बकाया है. इतना ही नहीं, कंपनी ये कर्ज भी नहीं चुका पा रही है.
हाल ये है कि अब तक देश के 10 बैंकों ने रिलायंस कम्युनिकेशंस के लोन को एसएमए-1 ('स्पेशल मेंशन अकाउंट) और एसएमए-2 में डाल दिया है.
एसएमए एसेट्स ऐसे लोन को कहते हैं, जिसमें कर्ज लेने वाले का ब्याज बकाया होता है. अगर तय तारीख के 30 दिनों तक इसका भुगतान नहीं किया जाता, तो उसे एसएमए-1 कैटेगरी में डाल दिया जाता है. अगर 60 दिनों के बाद अगर भुगतान नहीं किया जाता है, तब एसएमए 2 कैटेगरी और 90 दिनों तक ब्याज का भुगतान नहीं होता, तो लोन नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) हो जाता है.
आरकॉम के लोन डिफॉल्ट के बारे में अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक्स टाइम्स की तरफ से पूछे गए सवाल पर कंपनी के प्रवक्ता ने कहा:
एयरसेल और ब्रुकफील्ड के साथ डील एग्रीमेंट के बाद आरकॉम ने बैंकों से कहा है कि वो 25,000 करोड़ रुपये का कर्ज 30 सितंबर 2017 तक या उससे पहले चुकाएगी. इसमें सभी शेड्यूल्ड पेमेंट तो आएंगी ही, कंपनी लोन का प्री-पेमेंट भी करेगी.
शेयर में भारी गिरावट
RCom की इस हालत का असर शेयर बाजार में भी देखने को मिल रहा है. सोमवार के ट्रेडिंग सेशन में कंपनी का शेयर 24 प्रतिशत के निचले स्तर तक गिरे. लेकिन कुछ रिकवरी के बाद ये 20.39% पर बंद हुए. पिछले एक महीने में स्टॉक 38 फीसदी से ज्यादा टूट चुके हैं. ग्रुप की दूसरी कंपनियों के शेयरों में भी सोमवार को जोरदार गिरावट देखने को मिली है.
केयर ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो की वजह से रिलायंस कम्युनिकेशन में गिरावट आई है.
कंपनी की आय में भारी गिरावट
रिलायंस कम्युनिकेशंस ने चौथे क्वार्टर में 948 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है. वहीं कंपनी की आय में भी पिछले साल के मुकाबले 24 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है.
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