रिलायंस इंडस्ट्रीज दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एनर्जी कंपनी बन गई है. रिलायंस ने एक्सॉन मोबिल कॉर्पोरेशन को पीछे छोड़ दिया है. सऊदी अरामको के बाद अब सबसे बड़ी एनर्जी कंपनी मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज बन गई है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट कहती है कि रिलायंस के डिजिटल और रिटेल बिजनेस में निवेशकों के बढ़ने से रिलायंस को मजबूती मिली है.
रिलायंस को एशिया के सबसे धनी आदमी मुकेश अंबानी कंट्रोल करते हैं और कंपनी दुनिया का सबसे बड़ा ऑयल रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स मैनेज करती है. 24 जुलाई को रिलायंस शेयर बाजार में 4.3% उठा और उसकी मार्केट वैल्यू 189 बिलियन डॉलर हो गई. वहीं एक्सॉन मोबिल को करीब 1 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ.
1.75 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ अरामको दुनिया की सबसे बड़ी एनर्जी कंपनी है.
रिलायंस के शेयर में इस साल 46% उछाल
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, 27 जुलाई की शुरूआती ट्रेडिंग में रिलायंस ने अच्छे गेन्स लिए थे और करीब 2 फीसदी उठा था. रिपोर्ट का कहना है कि इस साल रिलायंस के शेयर में 46% उछाल आया है, वहीं एक्सॉन मोबिल के शेयर में 39% की गिरावट दर्ज की गई है. फ्यूल डिमांड में कमी की वजह से दुनियाभर के रिफाइनर परेशानी में हैं.
मार्च 31 को खत्म हुए वित्त वर्ष में रिलायंस इंडस्ट्रीज के कुल रेवेन्यू में एनर्जी बिजनेस की करीब 80% हिस्सेदारी है, लेकिन मुकेश अंबानी के कंपनी के डिजिटल और रिटेल बिजनेस को बढ़ाने की योजना से जियो प्लेटफॉर्म में 20 बिलियन डॉलर आए हैं. इसकी वजह से अंबानी की संपत्ति में इस साल 22.3 बिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है. मुकेश अंबानी अब ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में पांचवे स्थान पर हैं.
अंबानी की डील करने के तरीके ने गूगल से लेकर फेसबुक जैसे निवेशकों को जियो में निवेश करने के लिए मजबूर कर दिया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)