रिलायंस इंडस्ट्रीज और उसकी सहयोगी ब्रिटिश पेट्रोलियम ने गैस उत्पादन के क्षेत्र में 40 हजार करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की है. 8 साल के लंबे अंतराल के बाद ये घोषणा की गई है.
रिलायंस इंडस्टीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि दोनों कंपनियों ने परंपरागत और गैर-परंपरागत ईंधन कारोबार के लिये नए अवसर में रणनीतिक सहयोग पर भी सहमत हुए. इसमें पेट्रोल पंप बनाए जाना भी शामिल है.
ब्रिटिश पेट्रोलियम के सीईओ बॉब डुडले ने कहा, नीतियों में बदलाव से हमें नये संसाधन के विकास की अनुमति मिली है. इस गैस परियोजना से देश की आयात पर निर्भरता 10 फीसदी कम हो जाएगी.
पेट्रोलियम मंत्री से भी मुलाकात
इससे पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अबानी और ब्रिटिश पेट्रोलियम के बाब डुडले ने पेटोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की. डुडले इससे पहले जनवरी 2015 में भारत आए थे.
उनकी इस यात्रा के बाद भारत ने नेचुरल गैस कीमत फार्मूले में बदलाव किया. साथ ही गहरे समुद्र और दुर्गम क्षेत्रों में प्रोड्यूस गैस के लिए उंची दर तय की.
बता दें कि रिलायंस के पास ईंधन की खुदरा बिक्री का लाइसेंस पहले से है और उसके करीब 1,400 पेट्रोल पंप हैं. वहीं बीपी को पिछले साल भारत में पेट्रोल पंप स्थापित करने की अनुमति दे दी गई है. शुक्रवार से देशभर में रोजाना पेट्रोल-डीजल के दाम बदलने की प्रणाली भारत में शुरू होगी.
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