रिजर्व बैंक (RBI) ने इस हफ्ते होने वाली मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक को टाल दिया गया है और बताया है कि MPC बैठक की नई तारीखों का ऐलान जल्द ही किया जाएगा. बता दें कि 29 सितंबर, 30 सितंबर और 1 अक्टूबर इन तारीखों में रिजर्व बैंक की तय MPC बैठक होने वाली थी. RBI ने अपनी प्रेस रिलीज में बताया है कि मीटिंग की नई तारीखों का ऐलान जल्द ही किया जाएगा. रिजर्व बैंक ने मीटिंग को आगे बढ़ाने का कोई कारण नहीं दिया है.
कमेटी के 3 बाहरी सदस्यों का कार्यकाल सितंबर में खत्म हो रहा है. वहीं रवींद्र ढोलकिया, चेतन घाटे और पामी दुआ अगस्त में हुई बैठक के बाद ही पैनल से बाहर हो गई थीं. तब से ही सरकार कमेटी में नए अपॉइन्टमेंट पर जोर दे रही है लेकिन अभी तक नए सदस्यों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है.
बाहरी सदस्यों को निकाल दें तो MPC में रिजर्व बैंक के ही लोग बचते हैं, जिनमें खुद गवर्नर शक्तिकांत दास, डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मृदुल सागर हैं.
अर्थशास्त्रियों का क्या कहना है?
अर्थशास्त्री मानकर चल रहे थे कि भले ही ग्रोथ में कमजोरी हो लेकिन RBI अपनी सितंबर के आखिर में होने वाली MPC में ब्याज दरों को स्थिर रखने का फैसला कर सकती है.
इसी बैठक में रिजर्व बैंक ग्रोथ और महंगाई के लेकर अपना अनुमान बताने वाला था. सरकारी कर्ज लगातार बढ़ने के संकेत हैं और इसी के मद्देनजर बाजार की ब्याज दर पर भी मीटिंग में चर्चा होनी थी.
इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशन फाइनेंस की चीफ इकनॉमिस्ट सेरगी लानाऊ का कहना है कि आम तौर पर इस तरह नहीं होता है कि मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक आगे बढ़ा दी जाए.
हालांकि बाजार में इस MPC की बैठक के मद्देनजर को खास ऐलान होने की उम्मीद नहीं थी. इसका मतलब ये है कि मीटिंग में देरी होने से खास फर्क नहीं पड़ेगा.
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