सऊदी अरब की तेल कंपनी आरामको बुधवार को 1.9 ट्रिलियन डॉलर की ट्रेडिंग के साथ दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन गई है. आरामको दुनिया में सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली कंपनी है.
पिछले महीने आरामको ने शेयर बाजार में आने के लिए इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग जारी किए थे. इस आईपीओ से आरामको ने 25.60 अरब डॉलर जुटाए.
कमाई के मामले में सऊदी आरामको ने टेक्नोलॉजी की दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी एपल और फेसबुक को भी पीछे छोड़ दिया है. आरामको अमेजन और गूगल की मिल्कियत वाली अल्फाबेट से दोगुनी बड़ी है. इतना नहीं अगर, अगली पांच लिस्टेड तेल कंपनियों का जोड़ देखें, तो ये उसकी तुलना में भी बड़ा है.
आरामको की क्या है अहमियत?
आरामको सऊदी के शाही परिवार की मिल्कियत वाली कंपनी है. आरामको का आईपीओ मोहम्मद बिन सलमान के विजन 2030 प्रोग्राम का हिस्सा है. मोहम्मद बिन सलमान सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस हैं. इस IPO के तहत मोहम्मद बिन सलमान सऊदी को तेल पर निर्भरता वाली अर्थव्यवस्था से बाहर निकालना चाहते हैं. यही कारण है कि सऊदी में आरामको शाही परिवार के लिए एक तेल कंपनी से कंही ज्यादा मायने रखती रही है.
इस कंपनी की स्थापना अमेरिकी तेल कंपनी ने की थी. आरामको यानी 'अरबी अमेरिकन ऑयल कंपनी' का सऊदी ने 1970 के दशक में राष्ट्रीयकरण कर दिया था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)