भारतीय स्टेट बैंक बोर्ड ने भारतीय महिला बैंक के साथ कुल पांच सहयोगी बैंको को एक बैंक में विलय करने का फैसला कर लिया है. इस विलय के बाद स्टेट बैंक पहला सबसे बड़ा भारतीय ऋणदाता बैंक बन जाएगा और दुनिया के टॉप 50 ऋणदाता बैंको में भी शामिल हो जाएगा.
भारत के सबसे बड़े ऋणदाता बैंक में विलय होने वाले अन्य तीन बैंक यह भी शामिल है: स्टेट बैंक ऑफ ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (एसबीबीजे), स्टेट बैंक ऑफ मैसूर (एसबीएम) और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर स्टेट बैंक (एसबीटी).
शेयरधारकों की बल्ले-बल्ले
स्टेट बैंक बोर्ड के अनुसार, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर में 10 शेयर रखने वाले निवेशकों को स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया में 28 शेयर मिलेंगे, एसबीएम और एसबीटी में 10 शेयर रखने वाले निवेशकों को स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया में 22 शेयर मिलेंगे.
भारतीय महिला बैंक (बीएमबी) में 100 करोड़ इक्विटी शेयर वाले शेयरधारकों को भारतीय स्टेट बैंक के 4.42 करोड़ शेयर मिलेंगे.
भारतीय स्टेट बैंक की चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य ने मई में कहा था कि
भारतीय स्टेट बैंक और उसकी सहायक कंपनियों के प्रस्तावित विलय से 37 खरब रु की बैलेंस शीट बनेगी. यह आकड़ा भारत की दूसरी सबसे बड़ी ऋणदाता आईसीआईसीआई बैंक की बैलेंस शीट(7.2 खरब रु) से पांच गुना ज्यादा होगा.
फिलहाल पांच बैंको के विलय की यह योजना भारतीय रिजर्व बैंक और भारत सरकार के अधीन है.
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