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कोरोनावायरस का डर,यस बैंक की टेंशन,शेयर बाजार में 5 लाख करोड़ हवा

सेंसेक्स 52 हफ्तों के निचले स्तर पर दिख रहा है.

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कोरोनावायरस के हंगामे, यस बैंक की लेन-देन पर सरकारी रोक और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से मिले संकेतों की वजह से हफ्ते के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में अफरातफरी देखने को मिल रही है. सेंसेक्स 2000 से ज्यादा प्वाइंट टूट गया. इस भारी गिरावट के चलते निवेशकों के करीब पांच लाख करोड़ रुपये डूब गए.

दिसंबर 2018 के बाद ये पहला मौका है जब निफ्टी में इतनी ज्यादा कमजोरी दिख रही है, वहीं नोटबंदी के बाद मतलब 9 नवंबर 2016 के बाद पहली बार सेंसेक्स में इतनी बड़ी गिरावट दर्ज की जा रही है.

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माना जा रहा है कि कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते बढ़ती आर्थिक अनिश्चितता के कारण यह गिरावट हुई है.

5 लाख करोड़ रुपए हो गए हवा

सोमवार को सेंसेक्स 1100 प्वाइंट से ज्यादा टूटकर खुला. वहीं, निफ्टी की शुरुआत 250 प्वाइंट की गिरावट के साथ हुई. हाल ये रहा कि देखते-देखते शेयर बाजार खुलने के शुरुआती कुछ मिनटों में ही निवेशकों के 5 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए.

शुक्रवार तक बीएसई पर लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट कैप 1,44,31,224.41 करोड़ रुपये था, जो सोमवार को बाजार में गिरावट से 5,68,393.48 करोड़ रुपये घटकर 1,38,62,830.93 करोड़ रुपये हो गया. शेयर बाजार में एक दिन में इतनी बड़ी गिरावट कम ही हुई है.

दिन के 01 बजे तक बाजार ने संभलने का नाम नहीं लिया. सेंसेक्स करीब 2029 प्वाइंट गिरा है तो निफ्टी भी 591 प्वाइंट गिरकर 10,400 के नीचे आ गया. पिछले हफ्ते की बात करें तो शुक्रवार को भी बाजार में भारी कमोजोरी देखने को मिली थी. सेंसेक्स 893.99 प्वाइंट या 2.32% की गिरावट के साथ बंद हुआ.

फिलहाल सेंसेक्स के सभी शेयर घाटे में चल रहे हैं. ONGC, रिलायंस, इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, एलएंडटी, ICICI बैंक और इंफोसिस गिरने वाले प्रमुख शेयर रहे. 

कोरोनावायरस का असर बाजार पर

चीन से शुरू हुए Covid-19 ने अब दुनियाभर में अपना पांव पसार लिया है. जिसका असर दुनिया के शेयर बाजार पर भी पड़ा है. ग्लोबलाइजेशन की वजह से सभी बाजार एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. चीन दुनिया में बड़ा इंपोर्टर और एक्सपोर्टर दोनों हैं. इसलिए अगर चीन में किसी रोग की वजह से इमरजेंसी के हालात बनते हैं, दुनिया के बड़े हिस्से के कारोबार पर असर पड़ता है.

भारत में स्टील माइनिंग ओर की लिस्टेड जो भी कंपनिया हैं जैसे वेदांता, हिंडाल्को, कोल इंडिया ये कंपनियां चीन को एक्सपोर्ट करती हैं. अगर चीन में कारोबार ठप है तो इन कंपनियों का कारोबार ठप होगा. इससे इन कंपनियों के शेयर गिर रहे हैं और भारतीय शेयर बाजार पर बुरा असर देखने को मिल रहा है.

यस बैंक के शेयरों में बढ़त

बता दें कि RBI की सिफारिश पर भारी वित्तीय संकट से जूझ रहे प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है. इस प्रतिबंध के बाद बैंक का कोई भी खाताधारक अपने अकाउंट से 50 हजार रुपये से अधिक रकम नहीं निकाल सकता. इस खबर के बाद से यस बैंक लिमिटेड के शेयर में भारी गिरावट नजर आ रही थी. लेकिन फिलहाल यस बैंक के शेयर में बढ़ोतरी दिख रही है. Nifty में यस बैंक करीब 11 फीसदी चढ़ा है. ये तेजी इसलिए दिख रही है क्योंकि SBI आज रिजर्व बैंक को यस बैंक का रेस्क्यू प्लान सौंपेगा.

रुपया पहुंचा 74 के पार

डॉलर के मुकाबले रुपया 74 के नीचे फिसल गया है. डॉलर के मुकाबले रुपया आज 24 पैसे की कमजोरी के साथ 74.03 के स्तर पर खुला है. वहीं, पिछले कारोबारी दिन डॉलर के मुकाबले रुपया 73.79 के स्तर पर बंद हुआ था.

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