ADVERTISEMENTREMOVE AD

Share Market: रिकॉर्ड हाई पर बंद हुआ शेयर बाजार, 23 हजार के करीब पहुंचा निफ्टी

Sensex Nifty: सेंसेक्स 75,418 पर बंद हुआ, निफ्टी अपने उच्चतम स्तर 22,967 पर बंद हुआ.

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

भारतीय शेयर बाजार (Share Market) में लगातार तीन दिन बनी सुस्ती के बाद गुरुवार, 23 मई को रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली है. सेंसेक्स-निफ्टी (Sensex-Nifty) रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे. बीएसई के सेंसेक्स में 1196 अंक या 1.6% की बढोतरी दर्ज हुई. वहीं एनएसई का निफ्टी 50, 1.6% या 369 अंक उछला. सेंसेक्स 75,418 पर बंद हुआ, निफ्टी अपने उच्चतम स्तर 22,967 पर बंद हुआ.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

अमेरिकी फेड के महंगाई को लेकर संकते नकारात्म थे इसके बावजूद शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली. उछाल की बड़ी वजह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिविडेंड को बताया जा रहा है, RBI ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए केंद्र सरकार को 2.11 लाख करोड़ रुपये के डिविडेंड को मंजूरी दे दी थी. यह केंद्रीय बैंक की ओर से अबतक का रिकॉर्ड डिविडेंड है. यह चालू वित्त वर्ष के बजट अनुमान की तुलना में दोगुना से भी अधिक है.

सेंसेक्स की लिस्टेड कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, बजाज फिनसर्व, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में सबसे अधिक तेजी आई. सन फार्मा, पावरग्रिड, एनटीपीसी के शेयरों को नुकसान हुआ है.
Sensex Nifty: सेंसेक्स 75,418 पर बंद हुआ, निफ्टी अपने उच्चतम स्तर 22,967 पर बंद हुआ.

निफ्टी 50 में सबसे ज्यादा 5% की तेजी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में आई. एक्सिस बैंक और एलएंडटी के शेयरों में भी करीब 3% की तेजी आई है. वहीं मिडकैप सेगमेंट में फिर रेलवे स्टॉक्स का जलवा है. RVNL के शेयर में 8% की तेजी देखी जा रही है. IRFC के शेयर में 7% की तेजी दर्ज हुई.

इसके अलावा, निवेशक अब मौजूदा आम चुनावों में बीजेपी की निर्णायक जीत को लेकर ज्यादा सकारात्मक हैं. विदेशी ब्रोकरेज बर्नस्टीन के विश्लेषकों के अनुसार, बीजेपी सरकार के लगभग 330-350 सीटें जीतने की संभावना है. इसको लेकर पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी इशारा कर चुके हैं. उन्होंने भी शेयर बाजार में तेजी के संकेत दिए हैं.

बता दें कि भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में हमेशा ऐसा हुआ है कि जब नई सरकार बनती है तब बाजार में उछाल देखने को मिलता है. हालांकि 2019 में जिस दिन परिणाम घोषित हुए उस दिन कई कारणों की वजह से बादार में मामूली गिरावट थी लेकिन उसके अगले दिन से बाजार में तेजी आई. 2014, 2009 में भी आम चुनाव के परिणाम घोषित होने पर बाजार में तेजी देखने को मिली थी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×