अमेरिकी ट्रेजरी (U.S. Treasury) डिपार्टमेंट ने स्विटजरलैंड और वियतनाम को करेंसी के साथ छेड़छाड़ करने वाला देश बताया है और 'करेंसी मैनिपुलेटर' का लेबल लगाया है. साथ ही भारत, ताइवान और थाइलैंड को निगरानी सूची (Monitoring List) में डाला है. मतलब ये है कि भारत के इकनॉमिक पॉलिसी और फॉरेन करेंसी पर अमेरिका की नजर होगी.यूएस ट्रेजरी का कहना है कि उनकी मॉनिटरिंग लिस्ट में अब कुल 10 देश हैं- चीन, जापान, कोरिया, जर्मनी, इटली, सिंगापुर, मलेशिया, ताइवान, थाइलैंड और भारत.
बता दें कि यूएस ट्रेजरी डिपार्टमेंट की तरफ से जो रिपोर्ट जारी की जाती है, उसमें अंतरराष्ट्रीय आर्थिक और विनिमय दर पॉलिसी की समीक्षा की जाती है. करेंसी मेनिपुलेटर्स की पहचान के लिए यूएस ट्रेजरी की तरफ से कुछ शर्तें तय हैं.
अब स्विटजरलैंड और वियतनाम पर यूएस ट्रेजरी को संदेह है कि इन दोनों देशों में डॉलर के मुकाबले अपनी करेंसी का अवमूल्यन किया है.
अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने वियतनाम पर 'अनुचित प्रतिस्पर्धी लाभ' लेने का आरोप लगाया है.
कैसे तय होते हैं करेंसी मैनिपुलेटर?
यूएस ट्रैजरी डिपार्टमेंट देशों पर करेंसी मैनिपुलेटर 'टैग' लगाने के लिए तीन पैरामिटर्स का इस्तेमाल करता है.
- उस देश का अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार अधिशेष (trade surplus) 20 अरब डॉलर से हो
- एक साल में उस देश की जीडीपी का 2 फीसदी से ज्यादा विदेशी मुद्रा की शुद्ध खरीद हो
- ग्लोबल करेंट अकाउंट सरप्लस यानी चालू खाते का सरप्लस जीडीपी के 2 फीसदी से ज्यादा का हो
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